MP BJP President: 5-6 नामों पर हो रहा मंथन,आ सकता है चौंकाने वाला नाम! 

जिलाध्यक्ष से ज्यादा घमासान चल रहा प्रदेश अध्यक्ष चयन में! 

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MP BJP President: 5-6 नामों पर हो रहा मंथन,आ सकता है चौंकाने वाला नाम! 

रामानंद तिवारी की खास रिपोर्ट 

भोपाल। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के लिए भी शीघ ही संगठन चुनाव का बिगुल बजने वाला है। बस जिलाध्यक्षों की घोषणा होते ही प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की हलचल तेज हो जाएगी।

प्रदेश अध्यक्ष के दावेदार केन्द्रीय नेतृत्व की निरंतर परिक्रमा लगा रहे है। प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा केंद्रीय नेतृत्व की सहमति से ही होगी। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के दावेदार एक दर्जन से ज्यादा है। उन दावेदारों की दावेदारी को लेकर केन्द्रीय नेतृत्व मंथन कर रहा है। केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेशाध्यक्ष के लिए 15 जनवरी का दिन निर्धारित किया है। लेकिन जिलाध्यक्ष की घोषणा मझधार में होने की वजह प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया 15 जनवरी तक पूर्ण होना संभव नहीं दिखाई दे रही है।

*“ वीडी और नरोत्तम में शह-मात का खेल ”* 

प्रदेश अध्यक्ष के लिए वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच प्रतिस्पर्धा है। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष के लिए केन्द्रीय नेतृत्व आधा दर्जन से अधिक नामों पर विचार कर रहा है। इसके अलावा किसी महिला नेत्री को भी प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का पलड़ा भी भारी नजर आ रहा है क्योंकि उन्होंने मध्यप्रदेश के विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में बीजेपी ज्वाइनिंग टोली के संयोजक के तौर पर कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी दलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को भाजपा में शामिल करवाकर अपनी कार्य कुशलता का लोहा मनवा दिया। हालांकि वीडी शर्मा को फिर से रिपीट करने की अटकले भी लगाई जा रही है।

इन दोनो नेताओं के अलावा प्रदेशाध्यक्ष के लिए आधा दर्जन से ज्यादा दावेदार सक्रिय है। इन दावेदारी करने वाले नेताओं की पकड़ भी संगठन के किसी ना किसी बाहुबली पदाधिकारी से है। ऐसी स्थिति में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के चयन में भी रस्साकसी की स्थिति निर्मित हो सकती है।

 *एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति* 

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के दावेदारों में भी खासी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है। क्योंकि संगठन के अलग-अलग नेताओं का वरदहस्त अलग-अलग दावेदार को है। ऐसी स्थिति में एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चयन में बनती दिख रही है। प्रदेशाध्यक्ष के चयन को लेकर पार्टी ने अगर अनुसूचित जनजाति वर्ग से प्रदेश अध्यक्ष बनाने का तय किया तो सांसद सुमेर सिंह सोलंकी और फग्गन सिंह कुलस्ते दावेदार हो सकते हैं। अनुसूचित जनजाति चेहरे पर दांव लगा तो लाल सिंह आर्य की लाटरी भी खुल सकती है हालांकि आर्य दो चुनाव हार चुके हैं। लाल सिंह आर्य की सभी वर्गो में खासी पकड़ है, उन्हें सहज एवं सरल व्यक्तित्व का लाभ मिल सकता है। संगठन में उनका विरोध भी कम होगा। महिला नेत्री को मौका दिया गया तो अर्चना चिटनिस, हिमाद्री सिंह, रीता और लता वानखेड़े जैसे नेताओं के नाम पर संगठन विचार कर सकता है।

*प्रदेशाध्यक्ष का फैसला करेगा केद्रीय नेतृत्व* 

भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष वी.डी शर्मा अपना कार्यकाल करीब 5 साल तक का पूरा कर रहे हैं। वीडी शर्मा को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा 15 फरवरी 2020 को हुई थी। इसके अलावा आधा दर्जन से ज्यादा नाम चर्चा में हैं। हालांकि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष का फैसला केद्रीय नेतृत्व ही करेगा। जिसमें किसी अजा, अजजा वर्ग से आने वाले नेता के नाम पर भी प्रदेशाध्यक्ष की मुहर लग सकती है।

भाजपा में ज्यादातर जिलाध्यक्षों के नाम पर रायशुमारी हो चुकी है। कुछ जिलों में अध्यक्षों के नाम पर पेंच फंसा है। जिसकी वजह बड़े नेता अपने चहेतों को जिलाध्यक्ष बनाना चाहते हैं। जबकि कुछ जिलों में नेता अपने करीबियों को फिर से जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते हैं। प्रदेश संगठन चुनाव समिति के पदाधिकारी के अनुसार जिलाध्यक्षों के नाम केंद्रीय नेतृत्व से अनुमोदन होने के बावजूद भी घोषित नही हो पा रहे है।

गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा में संगठन चुनाव की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरणों में पहुंच रही है। बूथ, मंडल के चुनाव के बाद अब जिलाध्यक्षों को लेकर रायशुमारी का काम भी पूरा हो गया है। इसी हफ्ते अधिकांश जिलों के अध्यक्षों का ऐलान कर दिया जाएगा। अभी दो जिला उज्जैन और विदिशा के अध्यक्षों की घोषणा हो भी चुकी है।जिलाध्यक्ष के बाद जिस चुनाव पर प्रदेश के आला नेताओं की नजरें लगी है वह है प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव। भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा इसे लेकर सियासी गलियारों में हलचल है। माना जा रहा है कि नए अध्यक्ष का नाम 15 जनवरी के बाद ही सामने आ सकेगा। जिन नेताओं के नाम प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में है उनमें वर्तमान अध्यक्ष वीडी शर्मा भी दावेदार है। इसके अलावा नरोत्तम मिश्रा, लाल सिंह आर्य,हेमंत खंडेलवाल, सुमेर सिंह सोलंकी के नाम भी शामिल हैं।

भाजपा में पिछले एक महीने से अधिक समय से निर्वाचन की प्रक्रिया चल रही है। पार्टी ने इसे संगठन महापर्व का नाम दिया है। लोकसभा चुनाव निपटने के बाद से केन्द्रीय संगठन ने पहले सदस्यता अभियान शुरू किया फिर संगठन चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी। भाजपा के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा केन्द्रीय मंत्री भी हैं। भाजपा एक व्यक्ति.एक पद के सिद्धान्त पर काम करती है। राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति जल्दी होना है। यही वजह है कि प्रदेश अध्यक्षों का निर्वाचन भी जल्द कराया जाएगा। संगठन का नियम है कि आधे से अधिक जिलों में अध्यक्षों का ऐलान हो जाने के बाद प्रदेश अध्यक्ष का निर्वाचन हो सकता है। इसी तरह आधे से अधिक प्रदेश अध्यक्षों के ऐलान के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। इस बार जिलाध्यक्षों के लिए पार्टी ने सभी की राय से पैनल तैयार किया है। इन नामों को केन्द्रीय नेतृत्व को भेजा गया है। कई जिलों में सिंगल नामों पर सहमति बन गई है लिहाजा एक ही नाम है। माना जा रहा है कि अधिकांश जिलों के अध्यक्षों के नाम इस सप्ताह तक सामने आ जाएंगे।