Basant Utsav In Bhoj Shala : शांति और उत्साह से भोजशाला में शुरू हुआ ‘बसंत उत्सव’

शनिवार होने से गड़बड़ी की आशंका नहीं, फिर भी पुख्ता इंतजाम   

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धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : बसंत पंचमी पर यहाँ का पुरातात्विक महत्व का स्थल भोजशाला श्रद्धालुओं के लिए सूर्यास्त से ही खोल दिया गया। श्रद्धालु सुबह से ही माँ वाग्देवी के दर्शन और हवन पूजन के लिए यहां पहुंच गए। हर साल भोजशाला में चार दिन का ‘बसंत उत्सव’ मनाया जाता है। उसी तरह का आयोजन इस साल किया जा रहा है। आज भी सूर्योदय से ही भोजशाला में हवन पूजन शुरू हो गया।

मां वाग्देवी (सरस्वती) पूजन के साथ ही हवन भी किया जा रहा है। इसके साथ ही बच्चों का वेद संस्कार भी आरंभ किया गया। मान्यता है कि शिक्षा की शुरुआत करने वाले बच्चों को बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती के सामने अक्षर ज्ञान कराने से उनकी शिक्षा सफलता से पूर्ण होती है।

भोजशाला में किसी भी तरह की गड़बड़ी की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। दो दिन पहले कमिश्नर और संभाग के बड़े पुलिस अधिकारियों ने भोजशाला का दौरा करके व्यवस्थाओं का जायजा लिया था।

इस बार बसंत पंचमी का दिन शनिवार को होने से किसी गड़बड़ी या हंगामे की तो संभावना नहीं थी, फिर भी प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। हैं। कुछ साल पहले बसंत पंचमी शुक्रवार के दिन होने से हालात बिगड़ गए थे। क्योंकि, व्यवस्था के मुताबिक शुक्रवार के दिन भोजशाला में मौजूद मस्जिद में नमाज अता की जाती है। इसी दिन बसंत उत्सव की शुरुआत होने से हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोग भोजशाला में अपनी धार्मिक परम्पराओं का निर्वहन करते हैं। लेकिन, इस बात शनिवार होने से ऐसा कुछ होने की आशंका भी है थी।

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