Gwalior Lokayukt Trap: लोकायुक्त पुलिस ने सचिव को 40 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचा

989

गुना। ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस टीम ने गुना में एक बड़ी कार्यवाही करते हुए ग्राम पंचायत गोपालपुर टकटैया के पंचायत सचिव को 40 हजार रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों हनुमान चौराहे से गिरफ्तार किया है।

उक्त सचिव जिले की जनपद पंचायत गुना के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत गोपालपुर टकटैया में पदस्थ है। उक्त पंचायत में नल-जल योजना के अंतर्गत जेन कन्ट्रक्शन कम्पनी के द्वारा 12 लाख रूपये का निर्माण कार्य किया गया।

काम पूरा होने पर सरपंच-सचिव को हैंड ओवर करना था, जिसके बदले सचिव देवनारायण शर्मा ने 50 हजार रूपये की डिमांड की थी।

निरीक्षक बृजमोहनसिंह नरवरिया टीम प्रभारी ने बताया कि फरियादी अरशद खान पर जेन कम्पनी का लायसेंस जो कन्ट्रक्शन करते हैं। जिन्होंने लोकायुक्त कार्यालय में 21 फरवरी को शिकायत की थी कि वहां जो सचिव हैं देवनारायण शर्मा के द्वारा 50 हजार रूपये की मांग की जा रही है।

शिकायतकर्ता के द्वारा जल जीवन योजना के तहत ग्राम पंचायत गोपालपुर टकटैया में पाईप लाइन बिछाने नल कनेक्शन का काम किया था। काम पूरा होने के बाद हैंडओवर करने और उस पर हस्ताक्षर करने के लिए 50 हजार रूपये की मांग की गई थी। जिसकी शिकायत उन्होंने लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर में की थी।

उक्त शिकायत पर उन्होंने रिकॉर्डर इशु किया उस रिकॉर्डर में देवनारायण शर्मा द्वारा 50 हजार रूपये की सचिव द्वारा डिमांड की गई और 40 हजार रूपये फायनल बात हो गई। 40 हजार की जब पूरी रिकॉर्डिंग हो गई तो लोकायुक्त पुलिस टीम ने गुना पहुंचकर कार्यवाही की। इस दौरान उन्होंने बुधवार 40 हजार रूपये फरियादी अरशद खान द्वारा दिए गए पैसे आरोपी देवनारायण शर्मा को हनुमान चौराहे पर रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।

उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत गोपालपुर टकटैया में जल जीवन योजना के तहत गांव में नल कनेक्शन हो रहा है जिसमें 12 लाख का निर्माण कार्य किया था। उक्त काम पूरा होने के बाद सरपंच-सचिव को हैंड ओवर करना थी जिसके बदले में ये 50 हजार रूपये की मांग कर रहे थे।

लोकायुक्त की कार्यवाही में निरीक्षक बृजमोहनसिंह नरवरिया टीम प्रभारी, इंस्पेक्टर सुरेन्द्रसिंह यादव, श्रीमती आराधना डेविस, भरतसिंह किरार, प्रधान आरक्षक इकबाल खान, संजय शुक्ला, आरक्षक सुरेन्द्रसिंह सैमिल, देवेन्द्र सिंह पवैया, विनोद शाक्य, इंद्रभानसिंह परिहार, विसम्बर भदौरिया, बलवीरसिंह आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।