MP News: बार कौंसिल के फर्जी पत्र से शुरु किया लॉ पाठयक्रम, सरकार ने ट्रस्ट को किया ब्लैक लिस्टेड, FIR

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भोपाल। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कॉलेज में विधि पाठ्यक्रम शुरु करने वाले लिबरल एजूकेशनल माईनॉरिटी ट्रस्ट द्वारा संचालित एसआईसी महाविद्यालय धार उच्च शिक्षा विभाग सख्त हो गया हे। उच्च शिक्षा आयुक्त दीपक सिंह ने न केवल इस कॉलेज की मान्यता समाप्त कर दी है बल्कि इस ट्रस्ट को ब्लैकलिस्टेड घोषित कर दिया है। ट्रस्ट के अध्यक्ष और सचिव के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दिए गए है और दस्तावेजों का सत्यापन करने वाले शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार लिबरल एजूकेशन माइनारिटी ट्रस्ट द्वारा संचालित अशासकीय एसआईसी कॉलेज धार के खिलाफ व्याप्त कमियों और महाविद्यालय को बार कौंसिंल आॅफ इंडिया नई दिल्ली से अनुमति नहीं दिए जाने के कारण देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर ने सबद्धता प्रदान नहीं की थी। यह मामला क्षेत्रीय विधायक नीना वर्मा ने अपने सवाल के जरिए विधानसभा में उठाया था। अशासकीय कॉलेज एसआईसी द्वारा बार कौंसिल आॅफ इंडिया के नाम से एक पत्र देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और उच्च शिक्षा विभाग को भेजा गया था। यह पत्र फर्जी था। इस पत्र के आधार पर कॉलेज ने लॉ पाठ्यक्रम शुरु कर दिया। जबकि उसे इस तरह की मंजूरी ही नहीं दी गई।

उच्च शिक्षा आयुक्त दीपक सिंह ने इस मामले में अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा इंदौर सुरेश सिलावट को लिबरल एजुकेशन माइनारिटी ट्रस्ट के अध्यक्ष और सचिव के खिलाफ इस मामले में थाने में प्राथमिकी दर्जकराने के आदेश दिए है।
आयुक्त दीपक सिंह ने इस मामले में शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धार के प्राचार्य को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे पंद्रह दिन में जवाब मांगा गया है।

पत्र में आयुक्त ने प्राचार्य से कहा है कि ट्रस्ट द्वारा प्रस्तुत फर्जी दस्तावेजों को सत्यापित कर उन्होंने शासन को भ्रमित करने का प्रयास किया और नवीन महाविद्यालय प्रारंभ करने की अनुशंसा कर संंबंधित ट्रस्ट को लाभ पहुंचाने का काम किया है। इस बारे में उन्हें पंद्रह दिन में स्पष्टीकरण देना है। समयसीमा में जवाब नहीं मिलने पर यह माना जाएगा कि वे आरोप से सहमत है और उनके खिलाफ एक पक्षीय कार्यवाही की जाएगी। ट्रस्ट को गलत प्रमाणपत्र प्रस्तुत कर मान्यता प्राप्त करने के लिए दी गई एनओसी निरस्त करते हुए कॉलेज की मान्यता समाप्त कर दी गई है और ट्रस्ट को भविष्य में कभी भी शैक्षणिक संस्था संचालित करने के लिए ब्लैक लिस्टेड कर दिया है।