Naqvi’s Rehabilitation : नकवी न मंत्री बचे, न उपराष्ट्रपति बने, क्या पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बनेंगे!
New Delhi : भारतीय जनता पार्टी के नेता मुख्तार अब्बास नकवी का नाम उपराष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवारों में आगे था। लेकिन, अंतिम समय में जगदीप धनखड़ के नाम पर मुहर लगा दी गई। पार्टी ने इस वरिष्ठ नेता को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार नहीं बनाया, जबकि वे इस रेस में सबसे आगे बताए जा रहे थे। इससे पहले राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें मंत्रिमंडल भी छोड़ना पड़ा था।
भाजपा ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के नाम उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में फाइनल कर दिया। ऐसे सवाल उठता है, कि अब केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले नकवी का राजनीतिक भविष्य क्या होगा! राज्यसभा सदस्यता खत्म होने के बाद से ही उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
संभावना है कि नकवी को किसी बड़े राज्य का राज्यपाल बनाए जा सकता है। उन्हें लेकर एक चर्चा यह भी है कि उन्हें पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बनाया जा सकता है। अभी केरल के आरिफ मोहम्मद खान ही इकलौते मुस्लिम राज्यपाल हैं। संवैधानिक पद दिए जाने से भाजपा पर मुस्लिम विरोधी होने के आरोप भी कमजोर पड़ जाएंगे। पश्चिम बंगाल का राज्यपाल पद खाली भी होने वाला है।
नकवी को क्या भाजपा संगठन में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। इस साल गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। अगले साल भी कुछ राज्यों में चुनाव हैं 2024 में लोकसभा चुनाव भी है। ऐसे में मुख्तार अब्बास नकवी को संगठन की जिम्मेदारी दिए जाने की संभावना है। इससे पहले भी कई वरिष्ठ मंत्रियों को मोदी कैबिनेट से हटाकर संगठन में जिम्मेदारियां दी गई हैं। भाजपा के दिग्गज नेता रविशंकर प्रसाद और प्रकाश जावड़ेकर इसके उदाहरण हैं। ऐसे में संभव है कि संगठन में मुख्तार को बड़ी भूमिका में लाया जा सकता है।