MP News: चोरी की नीयत से घर में घुसे बदमाशों ने किशोरी का अपहरण कर जंगल में किया दुष्कर्म

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MP News: चोरी की नीयत से घर में घुसे बदमाशों ने किशोरी का अपहरण कर जंगल में किया दुष्कर्म

 

*सतना। बदेरा थाना क्षेत्र के भदनपुर गांव में 12 – 13 जुलाई की दरम्यानी रात तीन घरों में चोरी की वारदात को अंजाम देने और एक घर से 11 वर्षीय बालिका को अपहृत कर उसके साथ जंगल मे दुष्कर्म करने वाले आरोपियों को सतना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त बिना नम्बर की अपाची मोटरसाइकिल व कटर सहित चुराए गए सोने-चांदी के जेवरात भी बरामद किए गए हैं। पकड़े गए सभी आरोपी कटनी के बताए गए हैं। इस सनसनीखेज वारदात में पुलिस के हत्थे चढ़े 5 आरोपियों में एक युवती का नाम भी सामने आया है। आरोपियों के खिलाफ बदेरा थाना पुलिस ने अपराध क्रमांक 232/22 धारा 363 में धारा 365, 368, 457, 380, 376(2) (n), 376 AB, 506 ता.हि. एवं 5(m)/6 पास्को व 3 (2) (v) एससी/एसटी एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया है।*

*घटना का विवरण : -* दिनांक 13.07.2022 को फरियादी नितेश (परिवर्तित नाम) ग्राम भदनपुर थाना बदेरा का दिनांक 12-13.07.22 की दरम्यानी रात अपनी छोटी लडकी कु. राधा (परिवर्तित नाम) उम्र करीबन 11 वर्ष के गुमने की रिपोर्ट किया, जिसमें उसने किसी अज्ञात व्यक्ति पर अपहरण किए जाने की आशंका जताई थी। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना बदेरा में तत्काल अपराध क्र. 232/2022 धारा 363 ताहि. का अज्ञात आरोपी के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्व किया जाकर मामले को विवेचना में लिया गया। साथ ही यह भी पता चला कि उसी गांव में अन्य घरों में चोरी की वारदात भी हुई है। उस घटनाक्रम पर भी अपराध क्रमांक 233/22 धारा 457 380 का अपराध पंजीकृत कर मामले को विवेचना में लिया गया। जब संपूर्ण घटनाक्रम के बारे में गांव वालों से पता किया गया तो गांव वालों ने शक जाहिर किया कि हो न हो चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों ने ही लड़की का भी अपहरण कर लिया हो।

*पुलिस के द्वारा की गई कार्यवाही :-* घटना सनसनीखेज एवं गंभीर प्रकृति की होने पर पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता द्वारा तत्काल डॉग स्कॉट/FSL टीम, एसडीओपी मैहर को आसपास के थानों से अतिरिक्त बल के साथ घटनास्थल पर रवाना किया गया। उसके उपरांत पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं भी घटनास्थल का निरीक्षण किया गया एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार जैन के नेतृत्व मे अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। गठित की गई समस्त टीम को निर्देश दिए गए कि तत्काल इस घटना की पतारसी करते हुए अपहृत बालिका को सकुशल बरामद करें। साथ ही आरोपियों की भी गिरफ्तार करें।उक्त निर्देशों के तारतम्य में एसडीओपी मैहर द्वारा समस्त पुलिस बल एवं अतिरिक्त रिजर्व पुलिस बल मैहर से बुलवाकर भदनपुर पहाड़, जंगल एवं भदनपुर माइंस में सर्चिंग एवं कांबिंग की गई। साथ ही भदनपुर गांव में अनगिनत लोगों से पूछताछ करके पतासाजी का प्रयास भी किया गया। पुलिस द्वारा कार्यवाही करके संपूर्ण गांव में दबाव का माहौल बनाया गया और इस कार्यवाही का प्रचार-प्रसार भी कराया गया। उक्त दबाव के कारण ही अगले दिन 14 तारीख की सुबह सूचना आई कि अपहृत बालिका बस स्टैंड भदनपुर में ऑटो से उतरती देखी गई है। शुरुआत में लड़की बहुत ही डरी सहमी थी और कुछ नहीं बता पा रही थी कि उसके साथ क्या घटना हुई। लड़की को विश्वास में लेकर बहुत ही संवेदनशीलता से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि दिनांक 12-13/7/2022 की दरम्यानी रात को एक अज्ञात व्यक्ति उसे सोते समय उठाकर घर से बाहर ले गया और अपनी दो पहिया गाड़ी में बैठाकर कटनी ले गया, जहां पर किसी अपने दोस्त के कमरे में रखा। फिर मुझे दुकान ले गया और मुझे नए कपड़े चप्पल ले कर दिए। इसके बाद फिर अपने रिश्तेदार के यहां ले गया, जहां पर खाना-पीना खिलाया और रात में वहीं रुकी। फिर दूसरे दिन सुबह उसी के रिश्तेदार के साथ मुझे झुकेही बाजार ले गए, जहां किराया के लिए पैसा देकर बस में मैहर के लिए बैठा दिए और वहां से वह बस में बैठकर मैहर आई और मैहर से एक ऑटो मिआ जिसमें बैठकर वह भदनपुर पहुंची। पीड़िता का बयान बहुत ही गंभीर किस्म का था, परंतु फिर भी ऐसा लग रहा था कि लड़की अभी भी बहुत डरी हुई है और हो न हो, उसके साथ कुछ और ही घटित हुआ है जिसे वह डर के मारे नहीं बता पा रही, क्योंकि उसे निचले हिस्से में काफी दर्द महसूस हो रहा था। थाना प्रभारी बदेरा महिला उपनिरीक्षक राजश्री रोहित द्वारा पुनः लड़की को एकांत में ले जाकर उसे विश्वास में लिया, तब कहीं जाकर उसने आप बीती घटना बताई। जिसमे उसने बताया कि अज्ञात व्यक्ति द्वारा उसके साथ आम के पेड़ के नीचे और फिर एकांत जंगल में दुष्कर्म किया गया। पीड़िता जब उसके दोस्त के घर में थी तब उसने बस इतना सुना था कि उसे लाने वाले आरोपी का नाम संतोष है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया, जिसमे डॉक्टरों द्वारा बलात्कार की पुष्टि की गई। पीड़िता को अभी भी यह नहीं पता था कि उसके घर में रखी हुई पेटी बाहर कैसे आ गई। क्योंकि उसके मुताबिक तो आरोपी उसको उठाकर ले गया था तब यह पेटी बाहर कैसे आई और किसने रखी। पीड़िता के बयान के आधार पर बैकट्रेस विवेचना तकनीकी का उपयोग करते हुए सर्वप्रथम ऑटो चालक को ट्रेस किया गया। ऑटो चालक से बस की जानकारी प्राप्त हुई जिससे वह बच्ची उतरी थी। इसके पश्चात उस बस को ट्रेस किया गया एवं बस कंडक्टर से पूछताछ की गई जिसमे उसने बताया कि झुकेही में बच्ची को दो लड़के लाल कलर की बाइक से छोड़ने आए थे।आस पास घूमने पर वह घर मिल गया जिसमें बच्ची रुकी हुई थी। घर में आरोपी के जीजा और दीदी मिले जिन्होंने बताया कि संतोष ने यह बच्ची यहां लाई थी। इसके पश्चात संतोष के भांजे रंजीत को पकड़ा गया। रंजीत ने बताया कि संतोष ने बच्ची को अजय निषाद के घर पर ले गए थे। उसके पश्चात दोनों को पकड़ना बहुत ही जरूरी था। यह पता चला कि यह दोनों एक साथ ही हैं और पुलिस से बचने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं। विश्वस्त मुखबिरों से मालूम किया गया तब एक महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई कि संतोष अपने ससुराल खमरिया जिला कटनी में अपने दोस्त के साथ देखा गया है। तत्काल टीम वहां रवाना की गई। उसके ससुराल के घर एवं आसपास दबिश दी गई, जहां से संतोष एवं उसके मित्र अजय को हिरासत में ले लिया गया। सभी लोगों से पृथक-पृथक पूछताछ की गई। शुरुआत में तो संतोष एवं उसके साथी कुछ भी नहीं बता रहे थे, किंतु सख्ती से पूछताछ करने पर सारे घटनाक्रम का खुलासा हो सका।

*घटनाक्रम का यूं किया खुलासा :-* संतोष द्वारा बताया गया कि 12 तारीख को वह घर से चोरी करने निकला था। सबसे पहले भदनपुर पहुंचा। पहले तीन घरों में चोरी किया एवं चौथे घर में चोरी की नियत से घुसा। पेटी बाहर निकाली, उसमें से कुछ कीमती सामान (जो कुछ ज्यादा नही था) चुराया। जब अंदर कमरे में गया तो 3 बच्चे सो रहे थे एवं कमरे की लाइट जली हुई थी। छोटी लड़की को वहां सोते हुए देखा तो उसकी नियत खराब हो गई। वापस गया लड़की को उठाया एवं आम के पेड़ के नीचे गलत काम किया। इसके बाद अपनी मोटरसाइकिल से कटनी अजय निषाद के घर ले गया और सुभाष बाजार कटनी मे कपड़े और बैग दिलवाया। उसके बाद दीदी जीजा के घर ले जाते हुए वक्त रास्ते में जंगल में गलत काम किया। रात भर रखा और अगले दिन पैसा देकर झुकेही में रंजीत के साथ मिलकर बच्ची को बस में बैठा दिया। संपूर्ण घटनाक्रम दिल दहला देने वाला है जो आरोपी की विकृत मानसिकता को दर्शाता है।

*ये हैं आरोपी :-* 1. संतोष वर्मन पिता जगदीश वर्मन उम्र 32 वर्ष निवासी इंद्रानगर कॉलोनी कटनी, 2. अजय निषाद पिता काशी प्रसाद निषाद उम्र 35 वर्ष निवासी ट्रांसपोर्ट नगर कटनी, 3. राकेश वर्मन पिता छोटेलाल वर्मन उम्र 43 वर्ष निवासी टिकरवारा थाना कुठला कटनी, 4. रंजीत वर्मन पिता राकेश वर्मन उम्र 19 वर्ष निवासी टिकरवारा थाना कुठला कटनी, 5. अनीता वर्मन पति राकेश वर्मन उम्र 37 वर्ष निवासी ग्राम टिकरवारा थाना कुठला जिला कटनी।

*ये हुआ बरामद :-* आरोपी संतोष के कब्जे से उपरोक्त सामग्री बरामद हुई। 1करधन चांदी, 4 पायल, 1 छलबल, 1 कंगन, 2 सकरी, 1
चैन/चांदी, 8 बिछिया, 6 टप्स,
अंगूठी 6+2, सोने की लाकेट 2,
नथ सोने की 1 और बिना नम्बर की एक अपाची मोटर सायकल व घटना में प्रयुक्त कटर, कुल कीमती लगभग 3 लाख का माल।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुख्य आरोपी संतोष बहुत ही शातिर चोर है, जिसके विभिन्न थानों में कई आपराधिक प्रकरण भी पंजीबद्ध हैं।

*इनकी रही सराहनीय भूमिका :-* इस सनसनीखेज खुलासे में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार जैन लोकेश डाबर एसडीओपी मैहर , निरी . राजेन्द्र पाठक थाना प्रभारी थाना अमदरा , उनि राजश्री रोहित थाना प्रभारी थाना बदेरा , सउनि अरविंद द्विवेदी , प्र.आर. 546 बलवीर सिंह , आर. 287 शम्भू राय ,म.आर. 1049 भारती सेन , म.आर. 915 राजनन्दनी यादव थाना बदेरा। ASI अनिल त्रिपाठी आर. संजय तिवारी ,आर पंकज मिश्रा,प्रकाश कुशवाहा आर. अनिल सिंह थाना मैहर ,आर. रवि सिंह थाना नादन ,आर. संतोष थाना अमदरा उनि . विक्रम सिंह चौकी झुकैही ।
उनि. अजीत सिंह सायवर सेल सतना , सउनि दीपेश पटेल सायवर सेल ,प्रधान आर वीपेन्द्र मिश्रा, आर. संदीप परिहार सायवर सेल सतना।