सिवनी में पेड़ों की जड़ों और सुखी लकड़ियों से बनायी 10 फीट ऊंची भगवान महाकाल की प्रतिमा, बनी आकर्षण का केन्द्र

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सिवनी में पेड़ों की जड़ों और सुखी लकड़ियों से बनायी 10 फीट ऊंची भगवान महाकाल की प्रतिमा, बनी आकर्षण का केन्द्र

सिवनी: आपने दुनिया में बहुत से कलाकार देखे होगे। लेकिन किसी कलाकार का ऐसा जूनून शायद नही देखा होगा। एक ऐसा कलाकार जिसने शिव भक्ति में बरगद के पेड़ की जटाओ से बना दिया बाबा महाकाल की प्रतिमा। वैसे भी सावन के महीने में शिव आराधना का क्रम प्रत्येक सनातनी के घरों और शिवालयों में जारी है। सिवनी शहर के लगभग 2000 साल पुराने प्रसिद्ध और प्राचीन मठ मंदिर में पेड़ों की बेला, डाली और लकड़ियों से बाबा महाकाल की सुंदर प्रतिमा का निर्माण स्थानीय कलाकार ऋषभ कश्यप ने किया है। जिसे देखने बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं।

कलाकार ऋषभ ने बताया कि भगवान शिव की कलाकृति बनाने के लिए सबसे पहले एक गड्ढा खोदा। इसके बाद पेड़ से काटकर लाई गई टहनी को उसमें खड़ाकर मिट्टी से भर दिया। बीते दिनों आई आंधी में उसने सहयोगी के साथ लकडिय़ों को एकत्र किया था। उसको टहनी से जोडऩे के बाद उसमें जंगल से लाई गई बरगद की जड़, टोकनी और अन्य सामानों का उपयोग कर भोलेनाथ और नाग की आकृति तैयार कर दी। भगवान भोलेनाथ की आकृति को देखने के लिए शहर भर के लोग मठ मंदिर पहुंच रहे हैं।