First day, First show #Brahamastra ब्रह्मास्त्र 3D में देखें तो पैसे वसूल, वरना टॉर्चर से कम नहीं!

जूनी-पुरानी केसरिया ‘लव स्टोरियों’ और शानदार वीएफएक्स का संयोग है ब्रह्मास्त्र (पार्ट 1 ) ! माइथोलॉजिकल फैंटेसी एडवेंचर फिल्म !अगर आप इसे थ्री डी में देखते हैं तब तो पैसे वसूल हैं वरना यह फिल्म किसी टॉर्चर से कम नहीं! करीब 400 करोड़ की यह फिल्म वीएफएक्स के लिए ही याद की जाएगी। ज़्यादातर रुपया उसी पर खर्च किया गया है और बाकी अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर, श्रीमती आलिया कपूर, शाहरुख़ खान, नागार्जुन, डिम्पल कपाड़िया और मौनी रॉय आदि पर! इस फिल्म का असली हीरो इसके जादुई विजुअल इफेक्ट्स ही हैं जिसके आगे आरआरआर और बाहुबली के वीएफएक्स भी फीके लगेंगे।

कहानी वही चूं चूं का मुरब्बा है! ग़रीब हीरो, अमीर हीरोइन। पहली नज़र का प्यार ! बिना बात के गाने, बिना बात के डांस! शानदार लोकेशन हैं मुंबई, दिल्ली, हिमाचल और कजाने कहाँ-कहाँ की! फिल्म का नाम ब्रह्मास्त्र है तो उसे धर्म और शास्त्र से तो जोड़ना ही था। इसलिए फिल्म में वाराणसी भी है। फिल्म में वाराणसी बहुत ही ज़्यादा सुन्दर दिखाया गया है। किसी विज्ञापन की तरह ! फिल्म में जो हिमाचल प्रदेश दिखाया है, वह बुल्गारिया है!

रणबीर को डांस आता है, उससे डांस करा लिया गया। आलिया सुन्दर है, उसे गुड़िया बनकर सजा दिया गया। अमिताभ को कमर्शियल फिल्मों में ऐं-वें रोल का अच्छा अनुभव है है। इसमें भी वे ऐं-वें रोल में हैं। मौनी रॉय यहाँ नागिन की तरह है, उस बेचारी खलनायिका के सौंदर्य का कोई उपयोग नहीं किया गया क्योंकि उसके लिए आलिया थी ही। विशेष भूमिका देकर शाहरुख़ से भी ओवर एक्टिंग करवा ली गई और दक्षिण में कामयाबी के लिए नागार्जुन को भर्ती किया गया। डिम्पल का भी छोटा-सा रोल है।

कहानी के नाम पर फिल्म में हिन्दू पौराणिक कथाओं, ब्राह्मणों, गुरुओं, पुरा शक्तियों आदि के नाम पर काल्पनिक किस्से हैं, जिसका ऐलान शुरू के डिस्क्लेमर में है ही। एक डायलॉग है – ‘लाइट एक ऐसी रोशनी है जो…’! इसके अलावा चुटीले वन लाइनर हैं जैसे हीरोइन पूछती है -‘आप कौन हैं?’ तब हीरो पूछता है -‘आप क्या हैं?’

यह साइंस फिक्शन फिल्म वीएफएक्स समेत टेक्नोलॉजी के प्रयोग से अनूठी बनी है। यही इसकी जान है। यह हिन्दी, तमिल, तेलुगू, मलयालम और कन्नड़ में लगी है।फिल्म निर्माण में जुटी दुनिया की दिग्गज कंपनियां इस फिल्म से जुड़ी हैं और उनका पैसा इसमें लगा है। इसे किसी भी भाषा में देखो पर थ्री डी में देखो, तभी असली मजा है।

Author profile
thumb 14 180 180 0 0 crop
डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी

डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी जाने-माने पत्रकार और ब्लॉगर हैं। वे हिन्दी में सोशल मीडिया के पहले और महत्वपूर्ण विश्लेषक हैं। जब लोग सोशल मीडिया से परिचित भी नहीं थे, तब से वे इस क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। पत्रकार के रूप में वे 30 से अधिक वर्ष तक नईदुनिया, धर्मयुग, नवभारत टाइम्स, दैनिक भास्कर आदि पत्र-पत्रिकाओं में कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा वे हिन्दी के पहले वेब पोर्टल के संस्थापक संपादक भी हैं। टीवी चैनल पर भी उन्हें कार्य का अनुभव हैं। कह सकते है कि वे एक ऐसे पत्रकार है, जिन्हें प्रिंट, टेलीविजन और वेब मीडिया में कार्य करने का अनुभव हैं। हिन्दी को इंटरनेट पर स्थापित करने में उनकी प्रमुख भूमिका रही हैं। वे जाने-माने ब्लॉगर भी हैं और एबीपी न्यूज चैनल द्वारा उन्हें देश के टॉप-10 ब्लॉगर्स में शामिल कर सम्मानित किया जा चुका हैं। इसके अलावा वे एक ब्लॉगर के रूप में देश के अलावा भूटान और श्रीलंका में भी सम्मानित हो चुके हैं। अमेरिका के रटगर्स विश्वविद्यालय में उन्होंने हिन्दी इंटरनेट पत्रकारिता पर अपना शोध पत्र भी पढ़ा था। हिन्दी इंटरनेट पत्रकारिता पर पीएच-डी करने वाले वे पहले शोधार्थी हैं। अपनी निजी वेबसाइट्स शुरू करने वाले भी वे भारत के पहले पत्रकार हैं, जिनकी वेबसाइट 1999 में शुरू हो चुकी थी। पहले यह वेबसाइट अंग्रेजी में थी और अब हिन्दी में है।

डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी ने नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने पर एक किताब भी लिखी, जो केवल चार दिन में लिखी गई और दो दिन में मुद्रित हुई। इस किताब का विमोचन श्री नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के एक दिन पहले 25 मई 2014 को इंदौर प्रेस क्लब में हुआ था। इसके अलावा उन्होंने सोशल मीडिया पर ही डॉ. अमित नागपाल के साथ मिलकर अंग्रेजी में एक किताब पर्सनल ब्रांडिंग, स्टोरी टेलिंग एंड बियांड भी लिखी है, जो केवल छह माह में ही अमेजॉन द्वारा बेस्ट सेलर घोषित की जा चुकी है। अब इस किताब का दूसरा संस्करण भी आ चुका है।