CWC Meeting : ‘G-23’ को सोनिया का जवाब
New Delhi : कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक शुरू हो गई। यह बैठक सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की अध्यक्षता में शुरू हुई है। उन्होंने कांग्रेस (Congress) के बागी नेताओं पर निशाना साधते ”G-23’को जवाब दिया कि मैं कांग्रेस की परमानेंट अध्यक्ष हूँ और उनसे बात करने के लिए मीडिया को मध्यस्थता लेने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) और संगठन में चुनाव के मद्देनजर हो रही इस बैठक में सोनिया गांधी ने अपनी शुरुआती टिप्पणी में कहा कि कांग्रेस का हर सदस्य चाहता है कि पार्टी का पुनरुद्धार हो। लेकिन, इसके लिए पार्टी के हितों के साथ एकता बनाए रखने की जरूरत है। सोनिया गांधी ने नेताओं को पार्टी में आत्म-नियंत्रण और अनुशासन का ध्यान रखने की भी जरूरत है।
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हो रही बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हो रही बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी और कई अन्य नेता शामिल हैं। कांग्रेस के ”G-23′ समूह (Raibal Group) के नेताओं की तरफ से पार्टी के भीतर संवाद की मांग किए जाने और हाल के महीनों में कई नेताओं के पार्टी छोड़ने की पृष्ठभूमि में यह बैठक हो रही है।।
‘G-23’ समूह (Raibal Group) पर सीधा निशाना साधते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि मैं पूर्णकालिक और व्यावहारिक कांग्रेस अध्यक्ष हूं। मैंने सदैव स्पष्ट वादिता की सराहना की है। मुझसे बात करने के लिए Media के जरिए मुझसे बात करने की जरूरत नहीं है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और संगठन के चुनाव के बारे में सोनिया गांधी ने कहा कि हमने 30 जून तक कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए प्लान बनाया था। लेकिन, कोरोना की दूसरी लहर के कारण समय सीमा अनिश्चितकाल के लिए बढ़ाई गई।
सोनिया गांधी ने होने वाले विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी! लेकिन, अगर हम एकजुट और अनुशासित रहते हैं और सिर्फ पार्टी के हित पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे। लखीमपुर खीरी कांड पर बैठक में उन्होंने कहा कि लखीमपुर-खीरी की चौंकाने वाली घटनाएं हाल ही में भाजपा की मानसिकता को दिखाती है। भाजपा किसानों के जीवन और उनकी आजीविका की रक्षा के लिए क्या कर रही है, इससे पता चलता है।
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पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल ने सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाने की मांग की थी। आजाद ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए कांग्रेस कार्य समिति की तत्काल बैठक बुलाई जाए। सिब्बल ने भी पार्टी की पंजाब इकाई में मचे घमासान के बीच पिछले दिनों पार्टी नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस कार्य समिति की बैठक बुलाकर इस स्थिति पर चर्चा होनी चाहिए तथा संगठनात्मक चुनाव कराए जाने चाहिए।