MP News: लगातार 5 बोर करने पर भी नहीं निकला पानी तो परेशान किसान ने कर्ज के चलते लगाई फांसी

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MP News: लगातार 5 बोर करने पर भी नहीं निकला पानी तो परेशान किसान ने कर्ज के चलते लगाई फांसी

छतरपुर से राजेश चौरसिया की रिपोर्ट

छतरपुर: छतरपुर में एक बार फिर किसान द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है जहां उसने खेत पर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। जिसे परिजन जिला अस्पताल लेकर आये जहां उसका PM कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया।

● पानी नहीं निकलने पर की आत्महत्या..

मृतक के परिजनों की मानें तो किसान पहले ही चौतरफा परेशान है। पहले सूखा की साल फिर अतिवर्षा और फसल खराब फिर खाद की किल्लत और अब फिर सिंचाई के लिए पानी की परेशानी और बोर कराने पर भी पानी न निकलने पर कर्ज से परेशान किसान ने आत्महत्या कर ली है।

● यह है पूरा मामला..

जानकारी के मुताबिक मामला जिले के मातगुंवा थाना क्षेत्र के ग्राम रगौली पोस्ट बरेदी का पुरवा का है जहां के 35 वर्षीय किसान दयाशंकर राजपूत ने खेत पर ही फांसी के फंदे पर लटककर अपनी जान दे दी है।

● परिजन बताते हैं..

परिजन बताते हैं कि किसान के द्वारा एक के बाद एक कुल पांच बोर करने और भी उसमें पानी नहीं निकलना और भारी कर्ज के चलते उसने परेशान होकर देर शाम खेत में ही फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है।

● फसल का सर्वे और मुआवजा नहीं, कर्ज का बोझ..

परिजन बताते हैं कि पूर्व में फ़सल नुकसान पर सर्वे नहीं हुआ और सरकार से फसल बीमा आदि का लाभ नहीं मिला पर इस बार की फसल की आस लगाए किसान ने अपने खेत पर पानी की व्यवस्था के लिए लगातार दो बोर कराये जिनमें पानी नही निकला और यह बोर उसने कर्ज लेकर कराये थे। अब पानी न निकलने पर आगामी फसल की सिंचाई और उपज की आस भी खत्म हो गई थी जिसके चलते वह कर्ज के बोझ और उसके टेंशन में आ गया। जिससे उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया और अपनी जान दे दी

● पानी न निकलने से टेंशन में था भाई..

मृतक किसान का भाई भूपत राजपूत बताते हैं कि भाई ने 4 दिन पहले 200 फुट बोर कराया था। 15 दिन पहले भी 200 बोर कराया था जिसमें 110 रुपये फिट के हिसाब से खर्च हुआ। मोटर भी लगवाया पर पानी नहीं निकला जिससे भाई परेशान था। हमने शाम 7:30 बजे भाई को खेत पर फोन करके कहा कि घर आ जाओ खाना खा लो तो भाई ने कहा थोड़ी देर में आते हैं। और हम एक कार्यक्रम में चले गए। देर रात 10 बजे हम लौटे तो बच्चों ने बताया कि पिताजी घर पर नहीं आये तो खेत पर गये और घटना की जानकारी लगी।