Employees Missing: भोपाल-इंदौर सहित MP में कई स्थानों पर सरकारी दफ्तरों से सालों से गायब है कर्मचारी

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Employees Missing: भोपाल-इंदौर सहित MP में कई स्थानों पर सरकारी दफ्तरों से सालों से गायब है कर्मचारी

भोपाल: एक ओर प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है युवाओं को रोजगार नहीं मिल पा रहा है वहीं दूसरी ओर प्रदेश के कई सरकारी महकमों में काम करने वाले सरकारी कर्मचारी पिछले कई सालों से बिना बताए गायब चल रहे है। अब राज्य सरकार इन कर्मचारियों को नोटिस देकर बर्खास्त करने की कार्यवाही करेगी।

भाजपा विधायक यशपाल सिंह सिसोदिया ने राज्य सरकार ये यह जानकारी मांगी है कि प्रदेश के उज्जैन, भोपाल, इंदौर जिले में विभिन्न विभागों के कितने अधिकारी, कर्मचारी अनाधिकृत रुप से गायब और लापता है। इन्हें ढूंढने के लिए क्या कार्यवाही की गई और अनधिकृत रुप से गायब, लापता रहने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ क्या कार्यवाही की गई। क्या उन्हें सेवा से बर्खास्त किया गया। कितने कर्मचारी ऐसे है जो लापता है और विभाग उनसे संपर्क नहीं कर पा रहा है इसका क्या कारण है यह जानकारी भी मांगी है।

भोपाल में ये कर्मचारी है अनाधिकृत रुप से गायब-
सामान्य प्रशासन विभाग ने सिसोदिया को बताया है कि भोपाल के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के आठ कर्मचारी लंबे समय से बिना बताए गायब चल रहे है। इनमें नर्सिंग आफिसर मिमी जोसेफ सितंबर 2018 से गायब है। इन्हें ढूंढने के लिए पत्र लिखे गए फिर भी ये वापस नहीं लौटे अब इनकी विरुद्ध विभागीय जांच की कार्यवाही चल रही है। इनके अलावा नर्सिंग आफिसर नीलम वर्मा सूत्रकार जून 2018 से, रेखा बेले अगस्त 2014 से, वंदना झोड़े अप्रैल 2015 से, सीमा नायर मार्च 2020 से, चिकित्सा अधिकारी डॉ स्नेहा कामरा सितंबर 2024 से और लेखापाल जार्ज जेम्स अगस्त 2021 से बिना बताए गायब है। इन सभी को पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई है लेकिन कोई जवाब नहीं मिले। अब इनकी विभागीय जांच प्रचलन में है।

लोक निर्माण विभाग में कार्यपालन यंत्री नया संभाग में सहायक ग्रेड तीन राहुल जैन नवंबर 2020 से गायब है। इन्हें बर्खास्त करने नोटिस दिया गया है। यही के चौकीदार सुनील चौकसे अगस्त 2018 से गायब है। इनके आश्रितों को स्वत्वों का भुगतान किया गया है।

इंदौर में ये बिना बताए गायब-
इंदौर जिले में जनजातीय कार्य विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कांताबाई अनाधिकृत रुप से लंबे समय ये गायब है। इन्हें नोटिस दिया तो उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृति मांगी। इन्हें वीआरएस प्रदान किया गया। इंदौर जिले में सहायक ग्रेड तीन धमेन्द्र त्रिपाठी लंबे समय से गायब थे। जून 2021 से इन्होंने चिकित्सा अवकाश पर होंने की जानकारी दी। इन्हें जून 21 में अंतिम चेतावनी दी गई जिस पर उन्होंने मेडिकल बोर्ड से प्रमाणपत्र दिया था तब से वे बिना सूचना अनुपस्थित है।