
केंद्रीय विद्यालय के बच्चों से भरा वाहन रपट से बहते बहते बचा
खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक बड़ा हादसा टल गया। बड़वाह क्षेत्र में केंद्रीय विद्यालय के बच्चों को ले जा रहा वाहन रपट में बहते-बहते बचा और इसी दौरान करीब 15 बच्चे सुरक्षित बाहर निकाल लिये गए। एसडीएम और तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने रपट का निरीक्षण किया।
बड़वाह क्षेत्र में पडाली नदी लगातार बारिश के चलते उफान पर है। पहाड़ी नदी होने से तेज बारिश बाढ़ का सबब बन जाती है।
पीली मिट्टी क्षेत्र और गणगौर घाट को जोड़ने वाली पडाली नदी की रपट के ऊपर से पानी जा रहा था। इसी दौरान केंद्रीय विद्यालय के करीब 15 बच्चों को घर छोड़ने जा रहा मैजिक वाहन वहां से निकला। इस रपट के दूसरी ओर बड़वाह कस्बा है ,जहां विद्यार्थी अपने घर जा रहे थे।
रपट को क्रॉस करने के दौरान वह दाएं तरफ जाने लगा और उसका एक पहिया रपट से नीचे लटक गया। बच्चों में चीख पुकार मच गई, लेकिन सौभाग्य से मैजिक वाहन के अन्य पहिये रपट पर बने रहे। नागरिकों ने दौड़कर एक-एक कर बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
इसी दौरान एक मोटरसाइकिल और साइकिल सवार भी बहने लगा जिसे लोगों ने दौड़कर बचा लिया।
घटना का पता लगने पर बड़वाह के एसडीएम सत्यनारायण दर्रो ,तहसीलदार और पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचा। वहां बुलाए गए इंजीनियर से रपट की तकनीकी स्थिति मालूम की गई और एसडीएम ने इसे बेहतर करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि दरअसल यह केंद्रीय विद्यालय का शॉर्टकट रास्ता है और वाहन चालक इसी से आना-जाना करते हैं। उन्होंने कहा कि एसडीओपी बड़वाह ऑटो चालकों की मीटिंग लेकर उन्हें आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक बड़ी घटना टल गई। उन्होंने बताया कि गणगौर पर्व के दौरान रपट के पास एक दीवाल बनाई गई थी जिसके चलते नदी का पानी नीचे से जाने की बजाय उसके ऊपर से बहने लगा। यह दीवाल तुड़वा दी गई है जिससे नदी का फ्लो रपट के नीचे से जाएगा।
बड़वाह नगर परिषद के अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने कहा कि बहुत बड़ी घटना टल गयी। उन्होंने कहा कि पडाली जैसी पहाड़ी नदियों में अचानक बाढ़ आ जाती है, ऐसे में बच्चों से भरा वाहन निकालना बड़ी लापरवाही है ,और वाहन चालक पर कार्रवाई होना चाहिए। उन्होंने कहा कि चूंकि यह स्थान नगर पालिका परिषद की सीमा से बाहर है ,लेकिन फिर भी इस रपट पर यातायात सुगम बनाने के लिए विभिन्न प्रयास भी किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बारिश के बाद गणगौर घाट के विकास के साथ रपट का व्यवस्थित रिपेयर वर्क होगा।





