मिड डे मील खाने से करीब 45 बच्चे हुए बीमार, 5 की हालत गंभीर,खाने की सब्जी में मिला गिरगिट

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मिड डे मील खाने से करीब 45 बच्चे हुए बीमार, 5 की हालत गंभीर,खाने की सब्जी में मिला गिरगिट

 सुपौल में मिड डे भीमपुर थाना क्षेत्र के छातापुर प्रखंड के मध्य विद्यालय ठूठी में सोमवार को मिड डे मील (Mid Day Meal) खाने से करीब 45 छात्र बीमार (Supaul News) हो गए.

पांच बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है. सभी बच्चों को पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नरपतगंज में एडमिट कराया गया है. जहां चिकित्सक की देख रेख में इलाज चल रहा है. वहीं, इस मामले को लेकर स्कूल के छात्रों ने बताया कि खाने की सब्जी में गिरगिट मिला है, ऐसे मिड डे मील खाने से बच्चे बीमार हो गए.

स्कूल में हो गया अफरा-तफरी का माहौल

बताया जा रहा है कि छातापुर प्रखंड के मध्य विद्यालय ठूठी में मध्याह्न भोजन खाने के बाद अचानक बच्चों की सेहत बिगड़ने लगी, जिसके बाद स्कूल में अफरा तफरी का माहौल हो गया. बीमार छात्रों की स्थिति देख स्कूल के शिक्षक और स्थानीय लोगों की मदद से सभी बच्चों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भेजा गया. सूचना मिलते ही स्कूल के पास स्थानीय लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई. वहीं, मामले की सूचना मिलते ही मौके पर भीमपुर थाना की पुलिस भी पहुंच गई. पुलिस ने इस घटना की सूचना अधिकारी को भी दे दी है.

थाने के वाहन से बीमार बच्चों को भेजा गया अस्पताल

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मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों की सहयोग से भीमपुर थाने के वाहन से बीमार बच्चों को अस्पताल भेजा गया है. स्कूल के छात्रों ने बताया कि खाने की सब्जी में गिरगिट मिला. जिससे बच्चे बीमार हुए हैं. अब तक प्राप्त सूचना के अनुसार कुल 45 बच्चों को अस्पताल में एडमिट किया गया है, जिसमें पांच बच्चों की हालात गंभीर बताई जा रही है. वहीं, मौके पर कई अधिकारी भी पहुंचे हुए हैं.

बच्चे उल्टी करते घर पहुंचे- परिजन

स्थानीय अभिभावक संतोष कुमार मंडल ने बताया कि बच्चे विद्यालय से उल्टी करते घर पहुंचे. जब पूछा गया कि क्या हुआ तो बच्चों ने बताया कि स्कूल के मध्याह्न भोजन में गिरगिट गिरा हुआ था. इससे बहुत बच्चे बीमार हो गए. कुछ बच्चे को नजदीक के अस्पताल भेजा गया है और कुछ बच्चों का इलाज गांव में ही इलाज चल रहा है वहीं, नरपतगंज पीएचसी में तैनात डॉ. रज्जी अहमद ने बताया कि फूड पॉइजनिंग का केश है. 45 बच्चों को अस्पताल में एडमिट किया गया है, जिसमें से 5 बच्चो की हालात थोड़ा ज्यादा खराब है. सभी का इलाज किया जा रहा है.