9 माह से फरार पूर्व मंत्री बेटे सहित गिरफ्तार

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9 माह से फरार पूर्व मंत्री बेटे सहित गिरफ्तार

नौ महीने से फरार चल रहे हाजी याकूब कुरैशी और उनके बेटे के खिलाफ आईजी मेरठ ने 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. उसके बाद से मेरठ पुलिस के अलावा एसटीएफ भी उनकी तलाश में ताबड़तोड़ दबिश कर रही थी.त्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री हाजी याकूब कुरैशी कोदिल्ली से गिरफ्तार किया है. पूर्व मंत्री अपने बेटे के साथ दिल्ली के चांदनी महल थाना क्षेत्र स्थित एक गेस्ट हाउस में ठहरे थे.

पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी और उनके बेटे इमरान के पीछे पुलिस लगातार मैन्यूअल और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से निगरानी रख रही थी. इसी बीच शनिवार की सुबह पुख्ता सूचना मिली कि वह दोनों दिल्ली के गेस्ट हाउस में छिपे हैं. उनकी सटीक लोकेशन मिलने के बाद पुलिस दस्ते ने गेस्ट हाउस में दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार किया है. आज पुलिस जरूरी पूछताछ के बाद दोनों को अदालत में पेश करेगी. इस दौरान पुलिस दोनों का पीसीआर (पुलिस कस्टडी रिमांड) लेने का भी प्रयास करेगी.

गिरफ्तारी पर उठे सवाल

भले ही मेरठ पुलिस अपने सर्विलांस से याकूब कुरैशी और उसके बेटे इमरान कुरैशी को गिरफ्तार करने का दावा कर रही है, लेकिन महकमे में ही चर्चा है कि इसमें पुलिस ने कोई तीर नहीं मारा है. बल्कि खुद याकूब कुरैशी ने ही मेरठ पुलिस के साथ सेटिंग कर अपनी गिरफ्तारी दी है. बताया जा रहा है कि याकूब कुरैशी ने हाई कोर्ट से जमानत अर्जी खारिज होने के बाद खुद की सुरक्षा के लिए ऐसा किया है.

अवैध मीट पैकिंग मामले में है आरोपी

जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनाने के बाद पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अवैध मीट पैकिंग मामले का खुलासा किया था. इस मामले में पुलिस ने याकूब, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे फिरोज, इमरान को नामजद किया था. इसके अलावा इस मामले में याकूब के मैनेजर मोहित त्यागी समेत 17 अन्य लोगों को भी मुकदमे में नामजद किया था. पुलिस ने मामले की जांच कर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है. लेकिन याकूब के कोर्ट में हाजिर नहीं होने पर पुलिस ने पहले 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया और बाद में इसे बढ़ाकर 50 हजार कर दिया गया. पुलिस ने पिछले महीने याकूब और उसके परिवार के लोगों पर गैंगेस्टर एक्ट में मामला दर्ज किया है.

दो बार विधायक रह चुके हैं याकूब

जानकारी के मुताबिक हाजी याकूब कुरैशी दो बार विधायक रह चुके है. पहली याकूब ने साल 2002 में खरखौदा विधानसभा सीट से चुनाव जीत लिया था, वहीं अगली बार 2007 में वह मेरठ शहर से चुनकर विधानसभा पहुंचे थे. याजी याकूब बसपा सरकार में मंत्री भी बने. इसके बाद हाजी ने कई बार लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में भाग्य आजमाया.