Accident Prevention : रेल फाटकों और पटरियों के हादसों पर काबू की कोशिश!

ग्रामीणों को अपने बच्चों और मवेशियों के बारे में समझाया 

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Accident Prevention : रेल फाटकों और पटरियों के हादसों पर काबू की कोशिश!

Indore : पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल रेलवे फाटकों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के हर संभव प्रयास कर रही है। अब मंडल ने नए जागरूकता अभियान की शुरूआत की है। इस अभियान के तहत रेल पटरियों पर होने वाले पशुओं के साथ अन्‍य दुर्घटनाओं को रोकने की योजना तैयार की गई।

मवेशियों या बच्चों को पटरी के पास न आने देने के लिए ग्रामीणों की काउंसलिंग रेलवे सिविल डिफेंस टीम द्वारा रतलाम मंडल के डॉ अंबेडकर नगर (महू), इंदौर, उज्जैन, देवास, नागदा सहित अन्‍य स्‍टेशनों एवं रेलवे लाइनों के आस-पास के गांवों में की जा रही है। रेल पटरियों के पास बच्चों को खेलने, रेल पटरियों के पास खड़ा होने, रेल पटरियों को पार करते समय हेडफोन और इयरफोन का प्रयोग करने से जान का जोखिम हो सकता है इसलिए अपने बच्चों को रेल पटरियों से दूर रखें तथा आस-पास खेलने न दें।

देखा गया है कि रेलवे लाइन पर घूमते मवेशी ट्रेनों की चपेट में आने से कट जाते हैं। ऐसे में बड़े जानवरों के इंजन के सामने आने से उनकी जान तो जाती ही है, साथ ही इससे रेल इंजन को भी नुकसान होता है। इंजन में टूट-फूट या नुकसान होने पर ड्राइवर को मजबूरन ट्रेन को रोकना पड़ता है। इस स्थिति में जब तक संबंधित विभाग की ओर से इंजन की जांच कर फिट नहीं दिया जाता तब तक ट्रेन खड़ी रहती है या इंजन बदला जाता है।

इससे आम यात्रियों को काफी असुविधा होती है। अचानक ब्रेक लगाने से कोच पटरी से उतरने का भी खतरा रहता है। रेलवे ने पालतू पशुओं, मवेशियों के रेलवे लाइन पर आने से संरक्षा, सुरक्षा एवं समय पालन को खतरा माना है। पशुपालकों से अपील है कि पालतू पशुओं को रेलवे ट्रैक के आसपास न लेकर जाएं, पकड़े जाने पर पशु मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।