इस दिन का हिसाब

459

इस दिन का हिसाब

इस दिन का क्या करूंँ
छप्पन बरसों पहले के
इसी तासीर के एक दिन से जिसका
इश्क़ है
बस इसी संबंध के भरोसे
ये उछल कूद करता है

जबकि उसने सारे रिश्ते खत्म कर लिए हैं
मुझसे भी
एक कच्चा घर तब्दील हो चुका है
खंडहर में
नदी पोखर खेतों को
भरने योग्य बारिश को भी
नहीं कुछ याद रहा मैं
सितारों में बदल चुके
मुझे सबसे पहले देखने वाले रिश्ते

बस माँ को याद होगा
ठीक इस शक्लो सूरत का वह दिन
उसे ही दिखाई देती है
इतने बरसों के एक एक दिन से
बनी एक मीनार

मेरे जन्मदिनों का
पूरा का पूरा हिसाब
बस माँ को पता है
मुझे भी इस दिन
बहुतेरी गुमी चीज़ें याद आतीं हैं
देखते हुए इतने ताज़ा रिश्ते

ब्रज श्रीवास्तव

Author profile
WhatsApp Image 2023 09 04 at 10.45.27 PM 1
ब्रज श्रीवास्तव

जन्म :5 सितंबर 1966 (विदिशा )

शिक्षा :एम. एस. सी. (गणित), एम. ए. हिन्दी, एम ए (अंग्रेजी,) बी. एड.

प्रकाशन
साहित्य की पत्र-पत्रिकाओं, पहल, हंस, नया ज्ञानोदय, कथादेश, बया, वागर्थ, तदभव, आउटलुक, शुक्रवार, समकालीन भारतीय साहित्य, वर्तमान साहित्य,इंडिया टुडे, दुनियां इन दिनों, शत दल, वसुधा, साक्षात्कार, संवेद, यथावत, अक्सर, रचना समय, कला समय, पूर्वग्रह, दस बरस, जनसत्ता, सहित अनेक अखबारों, रसरंग, लोकरंग, सुबह सवेरे, नवदुनिया, सहारा समय, राष्ट्रीय सहारा आदि में कविताएँ, समीक्षायें और अनुवाद प्रकाशित.

कविता संग्रह
पहला संग्रह "तमाम गुमी हुई चीज़ें" म.प्र. साहित्य परिषद् भोपाल के आर्थिक सहयोग से 2003 में रामकृष्ण प्रकाशन विदिशा से प्रकाशित (ब्लर्व, राजेश जोशी)
दूसरा कविता संग्रह, "घर के भीतर घर" 2013 में, शिल्पायन प्रकाशन से प्रकाशित. (ब्लर्व : मंगलेश डबराल)
ऐसे दिन का इंतज़ार बोधि प्रकाशन से 2016 में आया है. आशाघोष एवं समय ही ऐसा है कविता संग्रह। उड़िया में एक संग्रह कहानी रे तुमे प्रकाशित।

कथेतर गद्य का एक संग्रह एवं कविता संग्रह हम गवाह हैं प्रकाशनाधीन।

दूरदर्शन और आकाशवाणी से परिचर्चा और कविता पाठ का अनेक बार प्रसारण.

सहभागिता
मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी के आयोजन में जबलपुर, खंडवा में और भारत भवन के आयोजन परिधि में देवास में कविता पाठ एवं संचालन। प्रगतिशील लेखक संघ के आयोजन में जयपुर और बीना में कविता पाठ। सरोकार प्रकाशन भोपाल के आयोजन में विशेष कविता पाठ।वनमाली सृजन पीठ के आयोजन में बिलासपुर में कविता पाठ। विश्व रंग में कथेतर गद्य सत्र में सहभागिता एवं संचालन। केंद्रीय साहित्य अकादमी दिल्ली में भी वक्तव्य ।

अखिल भारतीय दिव्य पुरस्कार सहित एक दो स्थानीय स्तर के सम्मान।

संपादन:दैनिक विद्रोही धारा के साहित्यिक पृष्ठ का तीन वर्षों तक संपादन. काव्य संकलन, दिशा विदिशा.(वाणी प्रकाशन) से प्रकाशित. नवदुनिया और कला समय में स्तंभ लेखन।साकीबा की स्थापना एवं संगठन।

व्यवसाय
स्कूल शिक्षा विभाग में व्याख्याता

पता : L-40
गोदावरी ग्रींस,
विदिशा।
brajshrivastava7@gmail.com
Mob.9425034312
7024134312