Additional Charge : धार के RTO को 5 घंटे की दूरी वाले जिले का भी प्रभार!
धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट
Dhar : धार के जिला परिवहन अधिकारी ज्ञानेंद्र वैश्य को नए आदेश के मुताबिक राजगढ़ जिले का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। परिवहन आयुक्त संजय झा ने आज दिनांक को इस आशय का आदेश जारी किया। लेकिन, शायद उन्हें इस बात का अहसास नहीं होगा कि राजगढ़ और धार की सीमाएं आपस में नहीं लगती।
दोनों जिलों के बीच 3 जिले इंदौर, देवास और उज्जैन जिले भी आती है। इन दोनों जिलों (धार और राजगढ़) के बीच की दूरी 262 किलोमीटर है। एक जिला मुख्यालय से दूसरे जिला मुख्यालय जाने में करीब 5 घंटे से ज्यादा का समय लगता है। एक अधिकारी को दो ऐसे जिलों का प्रभार देने का क्या औचित्य है जिसकी दूरी तय करने में 5 घंटे का समय लगता हो! ये ज्ञानेंद्र वैश्य की योग्यता का ईनाम है या उन्हें दी गई, ये समझ से परे है।
परिवहन आयुक्त का आदेश सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस पर कई तरह की टिप्पणियां की जा रही है। ज्यादातर टिप्पणियों में आदेश जारी करने वाले अधिकारी पर उंगली उठाई जा रही है, जिन्होंने एक परिवहन अधिकारी को पांच घंटे की दूरी वाला जिला अतिरिक्त प्रभार के रूप में सौंपा है।
सामान्य प्रशासनिक व्यवस्था के तहत जब भी किसी अधिकारी को अतिरिक्त प्रभार दिया जाता है, तो उसे पास के जिले की जिम्मेदारी दी जाती है! धार जिला इंदौर संभाग में है और राजगढ़ भोपाल संभाग का एक जिला है। इस आदेश से लगता है कि क्या परिवहन विभाग को भोपाल संभाग में कोई ऐसा सक्षम अधिकारी नहीं मिला, जो इंदौर संभाग से भी 60 किमी दूर धार के RTO को राजगढ़ की जिम्मेदारी दी गई!
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