विधानसभा चुनाव: मंदसौर जिले की चार सीटों पर 39 नामांकन दाखिल

नाम वापसी पर स्थिति होगी स्पष्ट, मल्हारगढ़ में कांग्रेस बागी सिरदर्द बने

विधानसभा चुनाव: मंदसौर जिले की चार सीटों पर 39 नामांकन दाखिल

मंदसौर से डॉ घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट

मंदसौर। जिले की चार विधानसभा सीटों में सबसे अधिक 14 उम्मीदवार सुवासरा-सीतामऊ में और सुरक्षित सीट मल्हारगढ़ में सबसे कम 7 प्रत्याशी मैदान में है। जबकि जिला मुख्यालय मंदसौर में 10 और गरोठ-भानपुरा में 8 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। अभी प्रमुख दल मान मनुहार कर दबाव प्रभाव से नाम वापसी पर फ़ोकस कर रहे हैं। सुरक्षित सीट मल्हारगढ़ में पेंच फंस गया है जब कांग्रेस नेता शामलाल जोकचंद्र ने निर्दलीय नामांकन भर दिया है। उन्हें टिकट मिलने की आशा थी पर पार्टी ने 2018 में पराजित प्रत्याशी परशुराम सिसोदिया को फिर उम्मीदवार घोषित किया है।

कांग्रेस भाजपा के अलावा बसपा चारों सीटों पर चुनाव लड़ रही है वहीं काशीराम की आसपा सुवासरा से मैदान में है। शिवसेना (उद्धव ठाकरे) भी सुवासरा से उम्मीदवार है।

भाजपा ने गरोठ-भानपुरा से चन्दर सिंह सिसोदिया को उतारा है। श्री सिसोदिया पूर्व विधायक एवं जिला भाजपा अध्यक्ष रहे हैं। कांग्रेस से पूर्व मंत्री रहे वरिष्ठ नेता सुभाष सोजतिया को पुनः उम्मीदवार बनाया है। 2018 में श्री सोजतिया भाजपा के देवीलाल धाकड़ से चुनाव हार गए थे।

मंदसौर से तीन बार के लगातार भाजपा से विधायक यशपालसिंह सिसोदिया को पुनः प्रत्याशी घोषित किया वहीं कांग्रेस ने नया उम्मीदवार खड़ा किया है। ग्राम निम्बोद – दलौदा के विपिन जैन भाजपा का मुकाबला करेंगे। श्री जैन वर्तमान में जिला कांग्रेस अध्यक्ष दायित्व भी संभाल रहे हैं। वे ग्राम दलौदा के सरपंच रहे हैं।

मल्हारगढ़ में कांग्रेस के दो सशक्त नेताओं परशुराम सिसोदिया एवं शामलाल जोकचंद्र द्वारा नामांकन भरने से पार्टी में और पार्टी कार्यकर्ताओं में असमंजस हो रहा है। इधर भाजपा ने परंपरागत रूप से जीत रहे वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा को उतारा है। जिला पंचायत सदस्य बसंतीलाल मालवीय ने निर्दलीय परचा भरा है। वे भाजपा खेमे के माने जाते हैं।

सुवासरा सीतामऊ सीट पर 2018 का ही नज़ारा है। भाजपा से ऊर्जा मंत्री हरदीपसिंह डंग के सामने कांग्रेस से राकेश पाटीदार मैदान में है। जनसंपर्क तेज़ हो रहा है। प्रत्याशी समर्थकों के साथ एक दर्जन से अधिक गांवों का प्रतिदिन भ्रमण कर संपर्क कर रहे हैं। वहीं शहरी क्षेत्रों के वार्डों में भी दस्तक दे रहे हैं।

भाजपा के समर्थन में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने 31 अक्टूबर की गरोठ में जनसभा की। अन्दर खाने रूठे और नाराज़ पार्टी नेताओं से चर्चा कर भाजपा जिताने और काम पर लगने का आव्हान किया।

तीन नवम्बर की केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मंदसौर पहुंच रहे हैं। वे पार्टी कार्यकर्ताओं नव मतदाताओं से संवाद करेंगे और चुनावी रणनीति को मोबिलाइज करेंगे।

तीन नवम्बर को ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ मंदसौर में जनसभा कर वातावरण पक्ष में करने का प्रयास करेंगे।
जिले में हल्की सर्दी का एहसास होने लगा है वहीं चुनावी सरगर्मी बढ़ रही है।

मंदसौर में 2 लाख 60 हजार से अधिक मतदाता हैं। जिनमें 1 लाख 31 हजार पुरूष और 1 लाख 28 हजार महिला मतदाता हैं।

गरोठ भानपुरा में 2 लाख 50 हजार से अधिक वोटर हैं। जिनमें 1 लाख 27 हजार पुरूष और 1 लाख 23 हजार से अधिक महिला मतदाता हैं।

जिले में सबसे कम मतदाता मल्हारगढ़ क्षेत्र में हैं। 2 लाख 45 हजार मतदाताओं में 1 लाख 23 हजार पुरूष और 1 लाख 22 हजार महिला मतदाता हैं।

सबसे अधिक सुवासरा-सीतामऊ विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 78 हजार से अधिक मतदाता हैं। जिनमें 1 लाख 40 हजार से अधिक पुरूष और 1 लाख 37 हजार महिला हैं।

कुल 10 लाख 35 हजार मतदाता आगामी 17 नवम्बर को 1133 मतदान केंद्र पर मताधिकार का उपयोग करेंगे।