Bhopal:राजस्व वसूली के लिये निगम ने लांच किया नया एप,लापरवाह अधिकारियों पर लगेगी लगाम
भोपाल। कड़की की हालत से निकलने के लिये अब नगर निगम ने शहर से होने वाली राजस्व की वसूली के लिये पेशेवर तेवर अपना लिये हैं। इसके चलते निगम ने एक स्पेशल एप लांच किया है जिसके जरिए आॅन लाइन शहर से होने वाली वसूली पर न केवल नजर रखी जा सकेगी बल्कि जिस एरिया से कम राजस्व आ रहा है वहां की फाइलों को भी वॉच किया जा सकेगा।
अभी यह आलम है कि शहर के हॉट एरिया में शुमार होने वाले क्षेत्रों से पिछले साल की अपेक्षा कम वसूली होने से निगम प्रशासन सकते में आ गया है। इस एप के जरिए लापरवाही अधिकारियों पर भी लगाम लगायी जा सकेगी जो अपनी जिम्मेदारी से भागते रहते थे।
*कौन कौन से हॉट एरिया*
शहर में सर्वाधिक राजस्व देने वाले क्षेत्रों में पहले नंबर पर जोन 13, 14, 15 और 16 हैं। इन जोनों में साकेत नगर, भेल का पूरा एरिया और शक्ति नगर आता है। जबकि गोविंदपुरा, पिपलानी, इन्द्रपुरी और कोकता के अलावा एयरपोर्ट रोड और उससे जुड़ी कालोनियां ऐसी हैं जहां से अच्छा राजस्व हासिल किया जा सकता है । लेकिन यहां पर प्रापर वॉचिंग नहीं होने के कारण शहर की वसूली लड़खड़ाती जा रही है। इसी तरह हुजूर क्षेत्र के जोन वन,18, 19 और 20 से भी निगम को अच्छी आय हो सकती है। इसमें पूरा कोलार, होशंगाबाद रोड और उससे लगी कालोनियां हैं। इस एरिया से भी अच्छा रिटर्न आ सकता है। हाल ही की समीक्षा में इन जोनों से पिछले साल की अपेक्षा वसूली में चार परसेंट की गिरावट आयी है।
*_यह हैं शहर के कमाऊ जोन_*
राजधानी के कमाऊ जोन में इस समय जोन 7, 8 और 21 चल रहे हैं। यहां से निगम को पिछले साल की अपेक्षा 42 प्रतिशत अधिक वसूली हुई है। इससे पहले निगम ने अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिये अधिक वसूली वाले जोनों को सम्मानित करने की योजना भी बनायी थी लेकिन वह लंबे समय तक नहीं चल पायी। निगम की समीक्षा में यह निकल कर आया है कि अगर सही तरीके से वसूली की जाए तो निगम को आय हो सकती है। शहर के कई क्षेत्रों में सरकारी कार्यालयों से वसूली नहीं हो पाती है। इसी तरह से होर्डिंग्स के मामले में भी निगम खाली हाथ ही रहता है।