Book on Raj Babbar Released : राज बब्बर ने कहा ‘जब खुद पर लिखी किताब पढ़ी, तब जाना कि मुझे कितना पहचाना गया!’
Gwalior : फ़िल्म अभिनेता और पूर्व सांसद राज बब्बर ने अपने पर लिखी किताब के विमोचन समारोह में कहा कि जब मैंने खुद पर लिखी किताब पढ़ी, तब जाना कि लोगों ने मुझे कितना पहचाना है। मैंने जीवन में काम बड़े नहीं किए हों, लेकिन बड़ी उम्मीद और बड़े सोच के साथ पूरी ईमानदारी से अपने कर्त्तव्य को पूरा किया है।
अभिनेता और राजनेता राज बब्बर ने होटल तानसेन रेजीडेंसी के सभागार में पुस्तक ‘राज बब्बर : दिल में उतरता फसाना’ के लोकार्पण व विमर्श समारोह में व्यक्त किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा कि प्रतिभा और संघर्ष का अदभुत संगम है राज बब्बर। विषय प्रवर्तन करते हुए संयोजक व ग्रामीण पत्रकारिता विकास संस्थान के अध्यक्ष देव श्रीमाली ने कहा कि बआज हम उस शख्सियत के साथ हैं जो अपने कठिन परिश्रम से उस शिखर तक पहुँचा है जो कई आंखों का सपना होता है।’
कथाकार और वरिष्ठ पत्रकार व इस किताब के संपादक हरीश पाठक ने कहा कि ‘राज बब्बर हर दौर में मेरी पहली पसंद रहे हैं। कारण साफ यह कि वे फिल्म हो या राजनीति हर जगह मध्यवर्ग का प्रतिनिधि चेहरा रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार समीर चतुर्वेदी, राकेश त्यागी और डॉ राकेश पाठक ने पुस्तक के बारे में अपने विचार रखे।कार्यक्रम का संचालन शायर अतुल अजनबी व आभार प्रदर्शन मनोज जैन ने किया। खचाखच भरे सभागार में शहर के साहित्यकार,पत्रकार,रंगकर्मी, वरिष्ठ संपादक, चिकित्सक, आचार्य व समाजसेवी मौजूद थे।