Cabinet Reshuffle in MP: शिवराज कैबिनेट में फेरबदल का रास्ता साफ, दर्जनभर शामिल होंगे, 8 की छुट्टी!

नए मंत्रियों का चयन सामाजिक समीकरण बैलेंस करने के नजरिए से होगा!

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Cabinet Reshuffle in MP: शिवराज कैबिनेट में फेरबदल का रास्ता साफ, दर्जनभर शामिल होंगे, 8 की छुट्टी!

Bhopal : मध्यप्रदेश के शिवराज सिंह कैबिनेट में फेरबदल का रास्ता अब लगता है पूरी तरह साफ हो गया। दो दिन पहले देर शाम शिवराज सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच हुई मुलाकात को इसी संदर्भ में देखा जा रहा है। बताते हैं कि भाजपा के केंद्रीय संगठन ने इस बात की अनुमति दे दी है। फिलहाल मंत्रिमंडल में चार जगह खाली है और 6 से 8 मंत्रियों को या तो संगठन में भेजा जाएगा या उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया जाएगा। यह वे मंत्री हैं जिनकी संगठनात्मक क्षमता बहुत अच्छी है या हैं, जिनके होने से पार्टी को चुनाव में बड़े नुकसान का अंदेशा है। सीधे शब्दों में कहा जाए तो 6 से 8 जगह खाली करके और पहले से खाली चार जगह को मिलाकर, कोई एक दर्जन नए मंत्री बनाए जा सकते हैं। इन मंत्रियों को सामाजिक समीकरण के हिसाब से मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की तैयारी है।

माना जा रहा है कि संभावित एंटी इनकंबेंसी को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट में फेरबदल करेंगे। शायद इसीलिए दो दिन पहले मुख्यमंत्री को अचानक दिल्ली तलब किया गया था। जहां उन्होंने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन मंत्री बीएल संतोष के साथ करीब डेढ़ घंटे से ज्यादा मुलाकात की थी।

इस फेरबदल में कई नए चेहरों को सरकार में शामिल किया जा सकता है। जबकि, अभी मंत्रिमंडल में शामिल कुछ नेताओं को संगठन की जिम्मेदारी दी जा सकती है या चुनाव की तैयारी से जोड़ा जा सकता है।

एंटीइनकंबेंसी का खतरा ज्यादा
इसी साल अक्टूबर में मध्य प्रदेश के साथ राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होना हैं। ऐसे में भाजपा के लिए मध्य प्रदेश बहुत महत्वपूर्ण है। लेकिन, पार्टी और संघ के सर्वे में स्थिति बहुत अच्छी नहीं बताई जा रही। यही कारण है कि मंत्रिमंडल फेरबदल करके स्थिति में सुधार की कोशिश की जा रही है। 230 विधानसभा सीटों वाले मध्य प्रदेश में फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के 122 विधायक हैं। जबकि, मुख्यमंत्री के अलावा 30 मंत्री। मंत्रिमंडल में 4 पद खाली हैं। मंत्रिमंडल की संख्या 35 की जा सकती है। सरकार में सामाजिक समीकरण बैठाने की कोशिश की जा रही है। लंबे समय से मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार होने के चलते एंटी इनकंबेंसी की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता। यही कारण है कि पार्टी मार्च में कैबिनेट फेरबदल करके नाराजी दूर करने की कोशिश में है।

मंत्रिमंडल में शामिल होंगे नए चेहरे
अभी मंत्रिमंडल से 6 से 8 को संगठन में भेजा जा सकता है। जबकि, 10 से 12 नए को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। सामाजिक समीकरण के हिसाब से अभी 10 राजपूत, 8 ओबीसी, 4 एसटी, 3 एससी और दो ब्राह्मण चेहरे मंत्रिमंडल में है। इसे और पुख्ता बनाने की तैयारी चल रही। पर, अभी नामों को लेकर फैसला नहीं लिया गया है।