CM in Ger of Rangpanchami : रंगपंचमी की गेर में CM मोहन यादव ने होली खेली, भीड़ में भारी उत्साह दिखा!

भीड़ से गुजरी एम्बुलेंस को तत्काल रास्ता दिया गया, सुरक्षा के कारण कई रास्ते खाली रहे!  

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CM in Ger of Rangpanchami

CM in Ger of Rangpanchami : रंगपंचमी की गेर में CM मोहन यादव ने होली खेली, भीड़ में भारी उत्साह दिखा!

Indore : शनिवार को शहर का मध्य क्षेत्र रंगपंचमी पर गेर के रंगों से सराबोर हुआ। इस गेर में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री डाॅ मोहन यादव दोपहर 12 बजे पहुंचे और जमकर होली खेली। वे करीब 45 मिनट तक गेर में रुककर रवाना हुए। मुख्यमंत्री लोधीपुरा से शकर बाजार तक लगभग एक किमी गेर में साथ रहे। वे हिंदरक्षक की गेर में विधायक मालिनी गौड़ और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के साथ रथ में सवार हुए। मुख्यमंत्री भी रंग और गुलाल की बौछार करते दिखाई दिए। आज की गेर का सबसे रोमांचक पल वो था जब गेर के बीच से गुजर रही एम्बुलेंस को लाखों लोगों की भीड़ ने रास्ता दिया।

रंगपंचमी पर देश-विदेश में पहचान रखने वाली गेर निकाली गई। इसके लिए संगम कार्नर ने 8 हजार किलो टेसू के फूल से रंग तैयार किया। राधाकृष्ण की फाग यात्रा में ढाई हजार किलो आरारोट का गुलाल कंप्रेसर से उड़ाया गया। इस बार संगम कार्नर, रसिया कार्नर, मारल क्लब के साथ राधाकृष्ण की फाग यात्रा निकली।

हिंद रक्षक संगठन की राधाकृष्ण फाग यात्रा नृसिंह बाजार से निकली। संयोजक एकलव्य सिंह गौड़ ने बताया कि इस वर्ष अयोध्या में बने राम मंदिर की प्रतिकृति बनाई गई। पांच हजार लीटर की पानी की मिसाइल से लोगों को भियोगा गया।। 75 हजार युवाओं को निमंत्रण दिया गया । 25 समितियों के माध्यम से 450 कार्यकर्ताओं ने व्यवस्था संभाली। सबसे पुराने टोरी कार्नर से निकलने वाली गेर इस बार नहीं निकली। संयोजक सतीश गिरि के भाई के निधन से गेर रद्द किया गया था। गेर की सभी तैयारी पूरी हो गई थी, लेकिन इस दुखद खबर के बाद गेर नहीं निकालने का निर्णय लिया गया।

हिंद रक्षक संस्था की ग़ेर में राधा कृष्ण, टंट्या मामा, संत रविदास के बैनर लगे हुए थे। हिंद रक्षक की यात्रा में हनुमान रथ आते ही जय श्रीराम के नारे लग रहे थे। राधाकृष्ण फागयात्रा में भाग लेने के लिए भाजपा के संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा भी आए। मुख्यमंत्री मोहन यादव बद्रीनारायण मंदिर में पूजा और आरती के बाद गेर के रथ में सवार हुए। कैलाश विजयवर्गीय और हितानन्द शर्मा के साथ जयपालसिंह चावड़ा, शंकर लालवानी, मालिनी गौड़ व भाजपा के तमाम नेता रथ पर नजर आए।

संगम कार्नर की गेर सुबह गोराकुंड पर पहुंची। इसमें पानी और गुलाल की मिसाइलों से तिरंगा बनाया गया। यह गेर डेढ़ किमी लंबी थी। संस्था सृजन अध्यक्ष ने राधाकृष्ण की जोड़ी ने रासरंग किया। वही बांके बिहारी का ढोल आकर्षण का केंद्र रहा। देशभक्ति ओर सद्भावना से ओतप्रोत युवाओं की टोली देशभक्ति के तरानों पर भांगड़ा करती चली।

रसिया कार्नर नवयुवक मित्र मंडल द्वारा ओल्ड राजमोहल्ला से गेर सुबह 10.30 बजे निकाली गई। गेर का 51वां वर्ष है। गेर राजवाड़ा से होते हुए विभिन्न मार्ग से होते हुए हरि राम मंदिर ओल्ड राजमोहल्ला पर समाप्त हुई। संयोजक पं. राजपाल जोशी ने बताया कि इस बार केसरिया हेलमेट पहनकर वाहन चलाने का संदेश देते हुए युवा चले। साथ ही शहर के आधुनिकीकरण को दर्शाने के लिए ई-रिक्शा भी गेर में शामिल हुई। मारल क्लब की गेर का यह 50वां वर्ष है। छीपा बाखल से सुबह निकली गेर को खास बनाने के लिए विशेष तैयारी की गई थी। इसमें छह मिसाइलें रही और एक बार में 300 किलो गुलाल उड़ाया गया। आयोजक अभिमन्यु मिश्रा का कहना है कि ब्लोअर से गुलाल छोड़ा गया। पानी के टैंकर भी रहे।

 

सबसे पहले शीतलामाता बाज़ार पर फाग यात्रा

गेर में बड़ी संख्या युवाओं की रही, युवा रंग गुलाल उड़ाते हुए झूम रहे थे। राजवाड़ा पर डीजे की धुन पर नाचते-झूमते सभी मस्ती में डूबे नजर आए। सभी युवा यहां परंपरागत गेर के इंतजार में थे। सबसे पहले शीतलामाता बाज़ार पर फाग यात्रा पहुंची। इसके बाद राजवाड़े पर रसिया ग्रुप की गेर पहुंची।

 

मुख्यमंत्री ने भी होली खेली

मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर की रंगपंचमी परंपरा बहुत पुरानी है। इस गेर को निकलते 75 साल से अधिक हो गए। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात की ख़ुशी है कि आज मैं भी इसमें शामिल हुआ। गेर हमारे विजय उत्सव की प्रतीक है। गेर तो एक शब्द है मूलत: यह लोगों को अपना बनाने के लिए निकलने वाली टोली है। आचार संहिता है, फिर भी मैं सभी के साथ मिलकर इस गौरवशाली परंपरा को मान देने के लिए अतीत को याद करने के लिए इस आयोजन में शामिल हो रहा हूं! सभी को रंगपंचमी की बधाई।

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सुबह से ही हजारों लोग राजवाड़ा पर जुट गए थे। मुख्यमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस ने जगह-जगह बेरिकेटिंग की। इस कारण यहां पहुंचने वाले लोगों को कुछ परेशानी भी हुई। हालांकि, राजवाड़ा से लगी सड़कों पर 11 बजे तक पिछले साल जैसा माहोल नहीं रहा। कई सड़कें खाली दिखाई दी। मुख्यमंत्री की सुरक्षा के कारण गेर मार्ग पर घरों के ओटलों पर खड़े लोगों को भी पुलिस ने हटाया।

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राम मंदिर की प्रतिकृति का आकर्षण

राधाकृष्ण फाग यात्रा में अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति आकर्षण का केंद्र रही। गेर आयोजन का दस्तावेजीकरण, फोटो व वीडियो बनाकर अगले वर्ष यूनेस्को में इंदौर की इस परंपरा को सांस्कृतिक धरोहर के रूप में दर्ज करवाने का प्रयास किया जाएगा। इस बार जिला प्रशासन ने गेर मार्ग के 9 मकानों की छतों पर 130 लोगों के बैठकर देखने का इंतजाम किया। गेर मार्ग पर एक मंच ऐसा भी था जहां से साधु-संतों की अगवानी की गई। मुख्यमंत्री गेर के बाद बाणगंगा क्षेत्र में कृष्ण रासरंग फाग यात्रा में शामिल हुए।

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सुरक्षा के कुछ ऐसे रहे इंतजाम

– गेर मार्ग को 10 सेक्टर में बांटकर सुरक्षा की गई, वॉच टॉवर से निगरानी हुई, सादे कपड़ों में पुलिसकर्मी तैनात।

– 2 हजार पुलिसकर्मियों के साथ अश्वारोही बल भी तैनात रहा, रस्सा पार्टी में 200 लोग रहे।

– 500 सीसीटीवी कैमरे, 10 ड्रोन के माध्यम से निगरानी

– गेर में प्रवेश मार्ग पर ब्रीद एनालाइजर से जांच की गई।

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मेहमानों के लिए ख़ास व्यवस्था

– 75 से ज्यादा एनआरआई गेर देखने आए। इन्होंने पंजीयन करवाया। ऐसे में गेर मार्ग पर दो वाहनों में एनआरआई को बैठाकर शामिल किया गया।

– दक्षिण अफ्रीका से आए 8 एनआरआई ने जैन भवन की छत से गेर को निहारा।

– आधुनिक रंग उड़ाती मिसाइलों का काफिला ठेला गाड़ी से पहुंचा।

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