संस्कृति और पौराणिक इतिहास हमारी जड़ हैं, इस सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, पावन परंपरा रूपी जड़ को सिंचने का सदकार्य : चिदम्बरानंद सरस्वती

भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का छटा दिन

930

आज होगा श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ का समापन, मुख्य अतिथि रहे भाजपा जिला प्रभारी प्रदीप पांडे

Ratlam : महामण्डलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानंद सरस्वतीजी महाराज ने चेतन्य काश्यप फाउंडेशन एवं श्री हरिहर सेवा समिति द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के छठे सत्र में कथा से पूर्व उड़ीसा में हुए ट्रेन हादसे में मृत आत्माओं की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कथा में मुख्य अतिथि भाजपा जिला प्रभारी प्रदीप पांडे, विधायक चेतन्य काश्यप, महापौर प्रहलाद पटेल, मोहनलाल भट्ट, गोविंद काकानी, मनोहर पोरवाल, श्रीमती नीता काश्यप, श्रवण काश्यप आदि उपस्थित रहे।

WhatsApp Image 2023 06 04 at 10.59.05 2

कथा का समापन आज होगा

स्वामी जी ने कथा में कंस वध एवं भगवान श्री कृष्ण-रूकमणी विवाह के चरित्र वर्णन का रसपान कराया। उन्होंने कहा कि भगवान को अभिमान पसंद नहीं है क्योंकि वह अपने भक्तों को दुखी नहीं देख सकते है। जहां अभिमान है,वही दुःख है और जहां भगवान है, वहीं सुख है। जो भगवान से जुड़ता है, वह सुखी है। कथाएं भगवान से जोड़ने के लिए होती है। हमें धर्म के प्रति निष्ठावान होना पड़ेगा। हमारी संस्कृति और पौराणिक इतिहास हमारी जड़ है।इस सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, पावन परंपरा रूपी जड़ को सिंचने का सदकार्य रतलाम में विधायक चेतन्य काश्यप कर रहे है। जो कथा का दान करता है,वह सबसे बड़ा दानी है।

WhatsApp Image 2023 06 04 at 10.59.04

भगवान कथाओं में जीवंत रहते हैं

स्वामीजी ने कहा कि जिस प्रकार घर में अंधेरा होता है तो मेहमान नहीं आते है, ठीक वैसे ही जिसके मन में अभिमान हो वहां भगवान नहीं आते है। कथा के माध्यम से मन के द्वार खोलें और भगवान को मन में जाने दीजिए। इससे आपका अभिमान खत्म हो जाएगा। भगवान कथाओं में जीवंत रहते हैं। आप जब इन कथाओं को सुनते तो भगवान आपके मन में प्रवेश करते हैं। यही एक माध्यम है, जिससे आप अभिमान को नहीं भगवान को महत्व दें। भगवान और संत अभिमान को दूर करने का काम करते हैं।

WhatsApp Image 2023 06 04 at 10.59.04 1

भगवान पर विश्वास कम मत होने देना

स्वामीजी ने कहा कि जीवन में भले ही कितने भी कष्ट,परेशानी आए, भगवान पर विश्वास कम मत होने देना।जब तक अज्ञान का आवरण आपके सामने रहेगा, तब तक भगवान के सामने होने पर भी आप उन्हे देख नहीं सकेंगे। भक्तों के अज्ञान का पर्दा भगवान स्वयं हटाते है। भगवान की कथाएं बांसुरी के समान होती है। आप दृष्टि को सकारात्मक रखिए, सफलता आपके कदम चूमेगी। राजनीति कैसी होनी चाहिए, यह कथाओं से सीखना चाहिए। सबसे पहले राष्ट्र भावना होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी जी संस्कृत भाषा को बहुत महत्व दे रहे है। संसद भवन के लोकार्पण में तीन शिलालेख पट्ट लगाए गए थे, उसमें एक संस्कृत भाषा का था। वह जानते हैं कि संस्कृत मूल भाषा है। कम्प्यूटर ने भी संस्कृत को मूल भाषा के रूप में स्वीकार किया है।

WhatsApp Image 2023 06 04 at 10.59.05

भाजपा जिला प्रभारी प्रदीप पांडे ने इस मौके पर कहा कि स्वामी जी राष्ट्र को सर्वोपरी मानते हुए राष्ट्र भावना जागृत करने का काम कर रहे हैं। आपकी तप और तपस्या बेकार नहीं जाएगी। सेवा, धर्म, शिक्षा, चिकित्सा, समरसता, संरक्षण देने के काम में रतलाम अग्रणी है, क्योंकि यहां के विधायक चेतन्य काश्यप है। देश में धर्म ध्वजा लहरा रही है, यानी देश बदल रहा है। जब संतों का आशीर्वाद होता है तो यह देश विश्व गुरु बनता है। हमें माटी का ऋण चुकाना है, तो राष्ट्र को सर्वोपरि मानना होगा।

WhatsApp Image 2023 06 04 at 10.59.05 1

इन समाज प्रमुख ने स्वामीजी का किया अभिनंदन

कथा के दौरान श्री आदि गौड़ ब्राह्मण समाज, श्री रविदास समाज, श्री जांगड़ा पोरवाल समाज, क्रिकेट केंद्र रतलाम, मलखंब, कबड्डी टीम, जैन सोशल यूथ, गुर्जर गौड़ महिला समिति, दर्जी समाज पुरानी पंचायत, सगर वंशीय माली समाज गढ़कैलाश, श्री गढ़कैलाश सेवा समिति, शाक्यद्वीप ब्राह्मण समाज, मेवाड़ा सेन समाज, मैजिक यूनियन, जूना गुजराती लोहार समाज, भाजपा सूरजमल जैन मंडल, श्री रघुवीर आश्रम बरबड़ रोड दर्जी समाज, एबीवीपी प्रांतीय संगठन,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, वैष्णव बैरागी समाज, मेहंदी कुई बालाजी न्यास, वाल्मिकी समाज, रतलाम रोटरी क्लब ऑफ प्लेटेनियम, मुंबई हरिहर सेवा समिति व इंदौर से आए स्वामीजी के शिष्यों द्वारा उनका दर्शन-वंदन कर आशीर्वाद लिया गया।