धार – महू सीट पर नोटा भी होगा अहम, कांग्रेस- भाजपा में है टक्कर

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धार – महू सीट पर नोटा भी होगा अहम, कांग्रेस- भाजपा में है टक्कर

दिनेश सोलंकी की रिपोर्ट

इंदौर लोकसभा की तरह धार- महू लोकसभा पर भी नोटा का असर मतदाताओं पर हो सकता है, इसकी वजह साफ है कि भाजपा प्रत्याशी सावित्री ठाकुर दूसरी बार मैदान में हैं और उन पर निष्क्रियता की छाप लगी हुई है। वें चर्चाओं में जरूर हैं मगर आम मतदाता के दिलों में प्रभावी नहीं है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी राधेश्याम मुवेल भी नए प्रत्याशी हैं, उन्हें धार – महू की जनता पहली बार देख रही है। लेकिन उनकी दिनों दिन बढ़ती सक्रियता से कांग्रेस का ग्राफ पहले से ऊंचा दिखाई दे रहा है।

गौरतलब है कि जब से महू को धार लोकसभा क्षेत्र में मिलाया गया है तब पहली बार कांग्रेस के गजेंद्रसिंह राजूखेड़ी विजयी हुए थे, उसके बाद से भाजपा ने जो दो प्रत्याशी उतारे, वे दोनों ही बेहद निष्क्रिय साबित हुए हैं। इनमें सावित्री ठाकुर और बाद में छतरसिंह दरबार ऐसे सांसद बने जिनकी उपलब्धियां जीरो रही हैं। खासकर, महू लोकसभा क्षेत्र में दोनों को विश्वास के साथ मत मिले थे, लेकिन दोनों ने आम मतदाता के बीच में अपना विश्वास ही कायम नहीं किया, बल्कि दोनों ही बेहद निष्क्रीय तौर पर पहचाने गए।

अब चूंकि भाजपा ने पुनः सावित्री ठाकुर को मैदान में उतार दिया है तो इससे लोगों में उत्साह दिखाई नहीं दे रहा है।
भले ही भाजपा के सभी लोग काम कर रहे हों, भले ही सावित्री ठाकुर की जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को भुनाया जा रहा हो, बावजूद यह लड़ाई इतनी आसान भी नहीं दिखाई दे रही है। इसके दो कारण साफ है, एक तो लोगों का लोकसभा चुनाव के प्रति कोई रुझान नहीं है, इसलिए वे इंदौर लोकसभा की तरह नोटा की ओर आकर्षित हो सकते हैं, दूसरा कांग्रेस के प्रत्याशी राधेश्याम मुवेल कार्यकर्ताओं में जिस तरह ऊर्जा भर रहे हैं, इससे चुनावी लड़ाई दिन पर दिन दिलचस्प होती जा रही है। इसलिए यह कहना आसान नहीं है की धार- महू चुनाव परिणाम भाजपा की झोली में आसानी से चला जाएगा।

महू के मतदाताओं में नोटा का असर इसलिए भी है कि इंदौर लोकसभा क्षेत्र में जिस तरह अक्षय बम को भाजपा में शामिल किया गया है, उससे मतदाताओं में निराशा और गुस्सा भरा हुआ है, जिसे भुनाने को लेकर कांग्रेस ने वहां नोटा का जो माहौल बनाना शुरू किया है उसका असर महू के मतदाताओं पर भी आ सकता है।

यह भी चिंता का विषय है कि महू में भाजपा का चुनाव प्रचार दो घड़ों में किया जा रहा है जो कैलाश विजयवर्गीय और उषा ठाकुर के घड़े हैं, जो भाजपा के दो धड़ों में बंटे हुए हैं। हालांकि सावित्री ठाकुर को दोनों से समर्थन प्राप्त हो रहा है, मगर श्रेय किसे मिले इसकी होड़ में भीतरीघात को भी प्रश्रय मिल सकता है। बहरहाल इतना कहा जा सकता है की चुनाव रोचक मोड़ पर आकर खड़े हो गए हैं और यह सप्ताह दोनों दलों के लिए इम्तिहान का वक्त होगा।