
रचनाकार मुस्तफा आरिफ की कुरान से प्रेरित 10 हजार पदों की स्तुति लेखन, श्रीमद्भागवत गीता की 786 पदों की रचना को निर्देशक रुमी जाफरी ने सराहा!
Mumbai : आध्यात्मिक रचनाकार पंडित मुस्तफा आरिफ की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित स्वागत समारोह में सुप्रसिद्ध फिल्म संवाद पटकथा लेखक और स्तंभकार रुमी जाफरी ने कहा कि पंडित मुस्तफा शिकोह की परंपरा को आगे बढ़ा रहें है। स्वागत समारोह का आयोजन राहेजा क्लासिक क्लब में मेटेक्सिल के पूर्व चैयरमैन संजीव सरन ने किया था। इस अवसर पर नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के महासचिव और राष्ट्रीय प्रवक्ता ब्रजमोहन श्रीवास्तव विशेष रूप से मौजूद रहें!

इस अवसर पर रूमी ने कहा कि दारा शिकोह एक विद्वान, दार्शनिक और सूफी विचारक के रूप में प्रसिद्ध हुए। उनका मुख्य योगदान भारतीय और इस्लामी दर्शन के बीच सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास था। उन्होंने वेदांत और सूफीवाद के बीच समानताएं खोजने का प्रयास किया। रूमी ने कहा कि पंडित मुस्तफा आरिफ भी कुरान और श्रीमद्भागवत गीता के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने की उसी परंपरा का निर्वाह कर सांप्रदायिक समन्वय की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहें है। दारा शिकोह एक प्रगतिशील विचारक थे, जिन्होंने धार्मिक सद्भाव और बौद्धिक समन्वय के लिए कार्य किया। आज भी उन्हें भारतीय सांस्कृतिक एकता का प्रतीक माना जाता है।

कार्यक्रम के आयोजक श्री संजीव सरन ने पंडित मुस्तफा आरिफ का परिचय देते हुए उन्हें 75वीं वर्षगांठ पर बधाई दी। सरन ने बताया कि पंडित मुस्तफा आरिफ सभी धर्मो का विशेषकर कर्म प्रधान धर्म ग्रंथो में रूचि रखते है। यही वजह हैं कि कुरान से प्रेरित 10 हजार पदों की ईश स्तुति के सफल लेखन के बाद अब आमजन की भाषा में भागवत गीता पर आधारित 786 पदों की ‘गीता भारती’ की रचना में संलग्न हैं। उन्होंने बताया कि 1992 के उज्जैन सिंहस्थ में अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज ने पंडित मुस्तफा आरिफ को पंडित और परशुरामश्री की उपाधि से विभूषित किया था। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार रमेश निर्मल, श्रीमान, श्रीमती चंद्रकांत जोशी, राजेश राठी, श्रीमती शैली सरन, श्रीमती बृजमोहन श्रीवास्तव, आदित्य श्रीवास्तव, श्रीमती रजिया आरिफ, सुश्री फातेमा आरिफ, पवन जाटवा आदि मौजूद थे!
इस अवसर पर संजीव सरन ने पंडित मुस्तफा आरिफ को हाल ही में बुकर सम्मान से सम्मानित लेखिका श्रीमती बानु मुश्ताक की पुस्तक Heart Lamp (selected stories) भेंट की। सम्मान समारोह आयोजित करने के लिए पंडित मुस्तफा आरिफ ने आयोजक श्री संजीव का आभार व्यक्त किया!
जानिए कौन हैं रूमी जाफरी?
रुमी जाफरी एक प्रसिद्ध भारतीय फिल्म लेखक, निर्देशक और अभिनेता हैं जो बॉलीवुड उद्योग में काम करते हैं। उनका जन्म 1974 में मध्यप्रदेश के भोपाल में हुआ था। उन्होंने 50 से अधिक फिल्मों पर काम किया है, जिनमें “कुली नं.1, मुझे कुछ कहना है और “छेहरे” जैसी उल्लेखनीय फिल्में शामिल हैं।
रुमी जाफरी के उल्लेखनीय कार्य:
निर्देशक:
चेहरे (2021), एक रहस्य थ्रिलर फिल्म
गली गली चोर है (2012)
लाइफ पार्टनर (2009)
गॉड तुस्सी ग्रेट हो (2008), जिसमें सलमान खान ने अभिनय किया था
लेखक:
कुली नं. 1 (1995)
जुड़वा (1997)
बड़े मियां छोटे मियां (1998)
दुल्हन हम ले जाएंगे (2000)!





