ED’s Big Action: ‘फ्रंट-रनिंग’ धोखाधड़ी मामले में ED ने एक्सिस म्यूचुअल फंड के पूर्व फंड मैनेजर वीरेश जोशी को किया गिरफ्तार! 

शेयर निवेशकों के साथ एक और घोटाला हुआ उजागर!

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ED’s Big Action: ‘फ्रंट-रनिंग’ धोखाधड़ी मामले में ED ने एक्सिस म्यूचुअल फंड के पूर्व फंड मैनेजर वीरेश जोशी को किया गिरफ्तार! 

विक्रम सेन की रिपोर्ट 

मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक्सिस म्यूचुअल फंड के पूर्व फंड मैनेजर और चीफ ट्रेडर वीरेश जोशी को मनी लॉन्ड्रिंग के एक बड़े मामले में गिरफ्तार किया है। जोशी पर फ्रंट-रनिंग के जरिए निवेशकों से धोखाधड़ी करने का आरोप है।

ED’s Big Action: मुंबई की सायन पुलिस ने दिसंबर में वीरेश जोशी और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोप है कि जोशी ने एक्सिस म्यूचुअल फंड की निवेश योजनाओं से जुड़ी अंदरूनी जानकारी शेयर दलालों को लीक कर दी थी और दलालों ने इस जानकारी का इस्तेमाल करके मोटी रकम कमाई। इस मामले में जोशी और उनके साथियों पर धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक साजिश के आरोप लगाए गए हैं।

*वीरेश जोशी पर क्या आरोप हैं?*

ED’s Big Action: वीरेश जोशी पर आरोप है कि उन्होंने एक्सिस म्यूचुअल फंड की निवेश योजनाओं से जुड़ी अंदरूनी जानकारी शेयर दलालों को लीक कर दी थी और दलालों ने इस जानकारी का इस्तेमाल करके मोटी रकम कमाई। ईडी का दावा है कि जोशी और उनके साथियों ने अवैध कमाई को फर्जी कंपनियों, रिश्तेदारों के बैंक खातों और विदेशों के जरिए खपाया।

*क्या है फ्रंट-रनिंग?*

ED’s Big Action: फ्रंट-रनिंग शेयर बाजार में एक अनैतिक और अवैध प्रथा है, जिसमें ब्रोकर या ट्रेडर क्लाइंट के ऑर्डर की जानकारी का दुरुपयोग कर पहले अपने लिए ट्रेड करते हैं। इससे बाजार की निष्पक्षता को नुकसान होता है और अन्य निवेशकों को नुकसान उठाना पड़ता है।

*कितनी हुई फ्रॉड से कमाई?*

ED’s Big Action: ED के अनुसार, जोशी और उनके साथियों ने अवैध रूप से लगभग 200 करोड़ रुपये की कमाई की। हालांकि, एजेंसी का मानना है कि वास्तविक रकम इससे कहीं अधिक हो सकती है।

*वीरेश जोशी की संपत्ति*

ED’s Big Action: जोशी के पास ₹54 करोड़ की सावधि जमा राशि, मुंबई में लगभग ₹150 करोड़ मूल्य के कई फ्लैट और लंदन में भी संपत्तियाँ हैं। विशेष PMLA कोर्ट ने जोशी को 8 अगस्त तक ED की हिरासत में भेजा है।

*एक्सिस म्यूचुअल फंड*

ED’s Big Action: एक्सिस म्यूचुअल फंड के पास 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। जोशी पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करके निवेशकों के साथ धोखाधड़ी की और फर्जी कंपनियों के जरिए अवैध कमाई की।