

Fake Currency Gang Caught : 20 लाख के नकली नोट चलाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 5 सदस्यों को पकड़ा!
Indore : पुलिस ने नकली नोट का अवैध कारोबार करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया। अलग-अलग राज्यों में नकली नोट छापकर उसे खपाने वाले गिरोह के सरगना समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) आदित्य पटले ने बताया कि आरोपियों की पहचान मनप्रीत सिंह विर्क, मलकीत सिंह विर्क, महिपाल बेड़ा, अनुराग सिंह चौहान और मोहसिन खान के रूप में हुई।
उन्होंने बताया कि गिरोह का सरगना मनप्रीत सिंह विर्क नागपुर में रहता है। इस शहर में विर्क द्वारा किराए पर लिए गए एक फ्लैट में 200 और 500 रुपए के नकली नोट छापे जा रहे थे। पटले ने बताया कि इस फ्लैट से ‘ए-4’ आकार के कुछ कागजों पर छपे नकली नोट के साथ ही जाली मुद्रा तैयार किए जाने में इस्तेमाल होने वाले उपकरण जब्त किए गए, जिनमें विशेष स्याही, प्रिंटर और लेमिनेशन मशीन शामिल हैं।
उन्होंने शुरुआती जांच के हवाले से बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आया गिरोह 20 लाख रुपए से ज्यादा के नकली नोट छापकर इन्हें इंदौर, मुंबई और अन्य शहरों में इस्तेमाल करने के लिए भेज चुका है। पटले के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों का दावा है कि उन्होंने टेलीग्राम और यूट्यूब जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर वीडियो देखकर नकली नोट छापना सीखा।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरोह के एक सदस्य को जनवरी में गिरफ्तार किया गया था। पुलिस कब इस गिरोह के खिलाफ पूरी जांच कर रही है कि इन्होंने किस राज्य और किस शहर में नकली नोट चलाए और ये कब से ये अवैध कारोबार चला रहे हैं।
ऐसे पकड़ाया यह गिरोह
सहायक पुलिस आयुक्त (विजय नगर) आदित्य पटले ने बताया कि सूचना मिली थी कि लसूड़िया क्षेत्र अंतर्गत एक गिरोह इस समय सक्रिय है जो नकली नोट मार्केट में चला रहा है। इस गिरोह का एक सदस्य नकली नोट लेकर देवास नाका के पास खड़ा है। थाना प्रभारी तारेश कुमार सोनी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर, योजना बना कार्यवाही के लिए लगाया गया। गठित टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए देवास नाका के पास से संदिग्ध आरोपी शुभम उर्फ पुष्पांशु रजक को पकड़कर आरोपी से पांच सौ रुपये के कुल 46 नकली नोट जब्त किए गए।
आरोपी ने पूछताछ पर बताया कि उक्त नोट नसरुल्लागंज निवासी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा से खरीदे हैं। जिसके आधार पर आरोपी महिपाल उर्फ मोहित बेड़ा को नसरुल्लागंज (सीहोर) से गिरफ्तार किया गया। आरोपी महिपाल से पूछताछ में जानकारी मिली कि उपरोक्त नोट नागपुर निवासी मनप्रीत द्वारा भेजे गए हैं तथा आरोपी महिपाल ने अभी तक ₹20 लाख के नकली नोट मनप्रीत से खरीदे हैं जिन्हें आरोपी अनुराग चौहान निवासी रहठी जिला नसरुल्लागंज तथा मोहसिन खान निवासी खजराना इंदौर को बेचे हैं।
महाराष्ट्र से पकड़ाया मुख्य सरगना
मिली जानकारी के आधार पर आरोपी मोहसिन निवासी खजराना इंदौर एवं आरोपी अनुराग चौहान निवासी रेहटी जिला सीहोर को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से नकली नोट बरामद किए गए। बाद में प्रकरण के मुख्य सरगना मनप्रीत सिंह विर्क निवासी नागपुर महाराष्ट्र को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने साथी मलकीत सिंह विर्क के साथ किराए के लिए हुए फ्लैट पर उक्त नकली नोट बनाता है जिसके संपूर्ण उपकरण आरोपी मलकीत सिंह के घर पर छिपाकर रखे हैं।
आरोपी मलकीत सिंह की निशादेही पर नकली नोट बनाने के उपकरण जब्त किए। जिसमें 3 लेजर कलर प्रिंटर, 2 लैमिनेशन मशीन, ए फोर साइज के 85 जीएसएम कागज जिन पर 500 व 200 रुपए के नोट छपे हुए हैं तथा नोट बनाने में प्रयुक्त होने वाली वॉटरमार्क व्हाइट इंक आदि सामग्री जप्त की गई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अभी तक 20 से 22 लाख के नकली नोट तैयार कर बेचे हैं। आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनको न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर रिमांड लिया गया है जिनसे और अधिक पूछताछ की जारी है।