FIR Against Brij Bhushan : बृजभूषण पर दर्ज FIR में यौन उत्पीड़न के 15 मामले, छूने की 10 शिकायत!
New Delhi : भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज की गई दोनों एफआईआर अब सामने आ गई। इनमें बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ के 10 मामलों का जिक्र है। बृजभूषण पर यौन संबंध बनाने का दबाव बनाने का आरोप भी लगाया गया है। इनमे कई ऐसे आरोप हैं जो मामले की गंभीरता बताते हैं।
दर्ज एफआईआर में प्रोफेशनल हेल्प के बदले सेक्सुअल फेवर मांगने के दो मामलों का जिक्र है। यौन उत्पीड़न के 15 मामलों का भी जिक्र है। इनमें 10 गलत तरीके से छूने की शिकायत भी की गई। इस एफआईआर में महिला पहलवानों ने शिकायत दर्ज कराई है कि बृजभूषण कथित तौर पर बिना उनकी मर्जी के स्तन और पेट पर हाथ फेरते थे। डराने-धमकाने की भी बात का जिक्र इन दोनों एफआईआर में है। भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ 28 अप्रैल को दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
दूसरी एफआईआर एक नाबालिग महिला पहलवान के पिता की शिकायत पर दर्ज की गई। यह पॉक्सो अधिनियम की धारा 10 के तहत है। जिसमें पांच से सात साल सजा का प्रावधान है। एफआईआर में जिन घटनाओं का उल्लेख किया गया है वे कथित तौर पर 2012 से 2022 तक देश और विदेश के अलग-अलग हिस्सों में हुईं।
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर दर्ज हुई दोनों एफआईआर अब सामने है। इनमें बृजभूषण और सचिव विनोद तोमर मुख्य रूप से आरोपी हैं। एफआईआर के मुताबिक बालिग पहलवानों से बृजभूषण ने कथित रूप से कई बार छेड़छाड़ की। गलत तरीके से उन्हें छुआ, यहां तक की सांस चेक करने के बहाने उनकी टी-शर्ट भी उतारी गई। उनके पेट पर हाथ लगाया।
घायल महिला खिलाड़ी का खर्च महासंघ के उठाए जाने पर शारीरिक संबंध बनाने की डिमांड तक की गई। जब इससे खिलाड़ी ने मना किया तो उनके साथ ट्रायल में भेदभाव किया गया। जबकि, दूसरी FIR में ब्रजभूषण पर आरोप है कि किशोरी पहलवान को बहाने से अपने कमरे में बुलाया और उसके साथ शोषण की कोशिश की। मगर, किसी तरह वह वहां से बच निकली।
पहली FIR में आरोप : अकेले नहीं चलती थी महिला पहलवान
बृजभूषण सिंह के खिलाफ पहली एफआईआर भादवि की धारा 354 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल), 354A (यौन उत्पीड़न), 354D (पीछा करना) और 34 (सामान्य इरादे) के तहत दर्ज की गई है। इसमें में बृजभूषण और महासंघ के सचिव विनोद तोमर का नाम है।
शिकायतकर्ताओं में से एक का कहना है कि सभी महिला एथलीट जब भी अपने-अपने कमरे से निकलती तो ग्रुपों में चलती थीं, ताकि अकेले आरोपी से मिलने से बचा जा सके। एक अन्य पहलवान ने आरोप लगाया है कि एक अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान बृजभूषण ने होटल के रेस्तरां में खाने की मेज पर उसे छुआ था।
पहलवान के मुताबिक बृजभूषण की इन हरकतों से वह गहरे सदमे में थी। वह अगले कुछ दिनों तक न तो ठीक से सो सकी और न खा सकी। भारत में एक लीग के दौरान और फिर दो साल के दौरान दो अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में दिल्ली में महासंघ कार्यालय में कथित रूप से उन्हें फिर से अनुचित तरीके से छुआ गया।
शिकायतकर्ता का दावा है कि PMO में एक बैठक के दौरान, उसने ‘बार-बार होने वाले यौन, भावनात्मक, शारीरिक, शारीरिक आघात के बारे में बात की, जो उसे और अन्य महिला पहलवानों को बृजभूषण द्वारा मिले थे।
शारीरिक संबंध बनाने की मांग
एक शिकायतकर्ता का कहना है कि एक अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में बृजभूषण द्वारा पहली बार उनका यौन उत्पीड़न किया। जब उन्होंने कथित तौर पर उनकी टी-शर्ट उतारी और उनकी सांस की जांच के बहाने अपना हाथ उनके पेट के नीचे खिसका दिया। एक महिला खिलाड़ी का दावा है कि उस चैंपियनशिप के दौरान उन्हें चोट लग गई थी और भारत आने के बाद उन्हें फेडरेशन के ऑफिस में बुलाया गया था। बृजभूषण ने कथित तौर पर उससे कहा कि महासंघ उसके इलाज का खर्च वहन करने को तैयार है, बशर्ते वह उसके यौन संबंध को तैयार हो।
जांच के दौरान बार-बार कैमरे बंद किए
जब खिलाड़ी यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए गठित पैनल के सामने भी पेश हुई तो इस समिति के सदस्यों ने इस दौरान रिकॉर्डिंग डिवाइस को बार-बार बंद किया। इससे उसे विश्वास हो गया कि उसके बयान के साथ छेड़छाड़ की गई।
कार्यालय में भी जबरदस्ती की गई
एक महिला पहलवान ने आरोप लगाया कि बृजभूषण ने एक अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान उसे अनुचित तरीके से छुआ। चैंपियनशिप के बाद जब वह नई दिल्ली में महासंघ कार्यालय गई तो उसके साथ जबरन संपर्क बनाने की कोशिश की। यौन उत्पीड़न और पीछा करने की घटना ने उसे आघात पहुंचाया है और आज भी उसके दिमाग पर जोर डाल रही है। इन हरकतों की वजह से वह मानसिक रूप से परेशान थी। जिस कारण उसके लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं पर ध्यान केंद्रित करना और अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता का प्रदर्शन करना मुश्किल था।