Fraud of 28 Crores : 28 करोड़ की धोखाधड़ी मामले के 2 आरोपियों की अग्रिम जमानत निरस्त!

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Fraud of 28 Crores : 28 करोड़ की धोखाधड़ी मामले के 2 आरोपियों की अग्रिम जमानत निरस्त!

घोटाले की फाइलों पर टीप लगाने वाले अधिकारी भी घबराहट में!

Indore : नगर निगम के जनकार्य विभाग के माध्यम से निगम के कोषालय में 28 करोड़ रुपए का फर्जी बिल पेश करने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। फर्जी बिल पेश करने वाली कंपनियों पर एमजी रोड पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। इस बीच, मामले में फरार चल रहे दो आरोपियों ने जिला कोर्ट में अग्रिम जमानत आवेदन लगाया, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है। मामले से जुड़े अधिकारी भी घबराहट में हैं।

एमजी रोड पुलिस ने बताया कि निगम के कार्यपालन यंत्री सुनील गुप्ता ने पिछले सप्ताह धोखाधड़ी के मामले में पांच कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। कंपनियों पर आरोप था कि उन्होंने बगैर काम किए जनकार्य विभाग में भुगतान के लिए फाइल पेश की। जनकार्य विभाग ने इसे नियम के अनुसार लेखा विभाग और उसके बाद कोषालय तक टीप लगाकर भेज दिया था। कोषालय ने फाइलों का भुगतान करने से पहले जांच की तो सारा मामला स्पष्ट हुआ।

एक साल पहले का मामला

पुलिस ने बताया कि धोखाधड़ी का यह मामला एक साल पुराना है। तत्कालीन आयुक्त हर्षिका सिंह ने प्रथम दृष्टया जांच के बाद कार्रवाई की अनुशंसा की थी। मामला पुराना होने से जांच में विलंब हो रहा है।

कोर्ट में रहेगी पुलिस

आरोपियों को पकड़ने पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ऑफिस, घर पर दबिश में सफलता हाथ नहीं लगी। अब पुलिस कोर्ट में तैनात रहेगी, ताकि आरोपियों को पकड़ा जा सके। इसके लिए नगर निगम से सभी आरोपियों की पहचान के लिए फोटो लिए हैं। मुखबिरों की भी फोटो भेजकर आरोपियों तक पहुंचने की तैयारी की जा रही है।

बचाव की मुद्रा में अधिकारी

घोटाले की शिकायत थाने में दर्ज होने के बाद ठेकेदारों, जनकार्य विभाग, लेखा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बचाव की मुद्रा में आ गए। मामला पुराना होने से जिन अधिकारियों ने फाइलों को टीप लगाकर आगे बढ़ाया था, वे इंदौर से बाहर चले गए। हालांकि, कुछ कर्मचारी-अधिकारी यहीं पदस्थ है, जिनकी भूमिका देखी जा रही है। भूमिका सामने आने पर पुलिस उन्हें भी सहआरोपी बनाएगी।