High Profile Honey Trap Case: कई नेता और व्यापारी फंसे!

अर्चना नाग के पास मिली 30 करोड़ की संपत्ति की ED जांच शुरू, 7 दिन का रिमांड मिला!

1853

Honey Trap : ओडीशा के हनीट्रैप में कई नेता और व्यापारी फंसे!

Bhuvneshwar : हाई प्रोफाइल हनीट्रैप मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एंगल की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) को मुख्य आरोपी अर्चना नाग को 7 दिन के रिमांड की अदालत से अनुमति मिल गई। कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को अर्चना को जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया गया था। ED ने पेशी के दौरान अदालत से अर्चना को 15 दिन की रिमांड पर लाने का अनुरोध किया है।

अदालत में आने से पहले मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए अर्चना ने कहा कि मुझे मनमाने ढंग से गिरफ्तार किया गया। मेरी गिरफ्तारी के बाद, मेरे परिवार को घर में नजरबंद रखा गया। मैं 6 दिनों तक अपनी गिरफ्तारी का कारण नहीं जान पाई। अर्चना ने यह भी कहा कि वे चाहती हैं कि मामले की CBI जांच हो, ताकि सच सामने आए।

ओडिशा पुलिस ने हनी ट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने वाली अर्चना नाग से 30 करोड़ की संपत्ति जब्त की थी। अर्चना को हाल ही में नेताओं और फिल्म उद्योग के लोगों सहित कई लोगों को कथित तौर पर हनी ट्रैपिंग और ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। नाग का पति भी उसकी इन अवैध गतिविधियों में शामिल है।

सनसनीखेज मामला तब सामने आया जब एक लड़की ने प्रसिद्ध ओडिया फिल्म निर्माता परीजा के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। इस शिकायत के बाद, परीजा की एक लड़की के साथ कथित तौर पर कुछ अश्लील तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। बाद में, परीजा ने भी नयापल्ली पुलिस स्टेशन में एक और शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि महिला अर्चना नाग और एक अन्य महिला श्रद्धाजलि बेहरा ने उनसे 3 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी।

सत्तारूढ़ बीजद और विपक्षी भाजपा के 20 से अधिक नेताओं के अलावा प्रमुख व्यवसायी, फिल्म निर्माता और रियल एस्टेट टाइकून कथित तौर पर अर्चना नाग द्वारा हनी-ट्रैप में फंस गए थे, जिन्होंने कथित रूप से पैसे वाले ग्राहकों को खुश करने के लिए हाई-प्रोफाइल कॉल गर्ल को काम पर रखा था।

इस मामले में अर्चना, उनके पति जगबंधु चंद और उनके बिजनेस पार्टनर खगेश्वर पात्रा को गिरफ्तार किया गया है। ED ने अब तक खगेश्वर और उनके सहयोगी चंदन, दो फिल्म निर्माता प्रमोद स्वैन और परीजा, अर्चना की सहयोगी श्रद्धांजली और ड्राइवर चंदन, होटल व्यवसायी सिबा प्रसाद दास, बीजद विधायक सुधीर कुमार सामल के भाई गंगाधर सामल और व्यवसायी अमियाकांत दास से पूछताछ की है।

रैकेट में कई लड़कियां शामिल
अर्चना सहित लगभग 15 लड़कियां इस रैकेट में शामिल थीं, जिन्होंने नेताओं सहित पैसे वाले और प्रभावशाली लोगों को ब्लैकमेल किया। उन्हें इस धमकी के साथ फंसाया कि उनकी अंतरंग तस्वीरें वायरल कर दी जाएंगी। जांच से यह भी पता चला कि नाग के सहयोगियों ने 50 से अधिक लोगों को निशाना बनाया। ये रैकेट हाई प्रोफाइल लोगों को ही निशाना बनाता था।

पुलिस ने अर्चना के कब्जे से दो पेन ड्राइव, कथित तौर पर आपत्तिजनक वीडियो और दो मोबाइल फोन जब्त की। जांच के दौरान अर्चना की लग्जरी लाइफ स्टाइल भी सामने आई। रिपोर्टों के अनुसार, अर्चना अपने पति के साथ वाहनों का एक बेड़ा, चार पालतू कुत्ते और एक घोड़ा, बंगला, एक फार्महाउस आदि के मालिक हैं। पुलिस ने कहा कि अर्चना और उनके पति जगबंधु के पास अमीर व्यापारियों और नेताओं के कुछ आपत्तिजनक वीडियो क्लिप हैं और इससे वे उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे। ये नेताओं, मंत्रियों और फिल्म निर्माताओं जैसे हाई प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाते थे और उन पर आरोप लगाकर उनसे पैसे वसूल करते थे।

ऐसे फँसाते थे शिकार को
भुवनेश्वर के डीसीपी प्रतीक सिंह ने एक प्रेस बयान में कहा कि अर्चना नाग के खिलाफ खंडागिरी पुलिस स्टेशन में दो अक्टूबर को मामला दर्ज किया गया था। उसके खिलाफ 387, 420 और 506 आईटी अधिनियम के तहत मामला 496/22 दर्ज किया गया है। उसका काम करने का तरीका यह था कि उसने पीड़ितों के साथ पहली बार बहुत चालाकी से दोस्ती की। उसने फिर उन्हें अपने घर बुलाया और उनके साथ अंतरंग हो गई। उसने फिर गुप्त कैमरों के माध्यम से अंतरंग वीडियो रिकार्ड किए और बाद में पीड़ितों को ब्लैकमेल किया, जो प्रभावशाली पृष्ठभूमि से थे। पुलिस ने नाग के पति को भी नोटिस भेजा है। पेन ड्राइव, लैपटाप और बैंक पासबुक जब्त की गई।