Hyderabad Metro Rail Phase 2: 116 किमी लंबे हैदराबाद मेट्रो रेल फेज 2 को मिली प्रशासनिक स्वीकृति, ₹24,269 करोड़ की आएंगी लागत, बनेंगे 5 नये मेट्रो कॉरिडोर
हैदराबाद से रुचि बागड़देव की विशेष रिपोर्ट
हैदराबाद: Hyderabad Metro Rail Phase 2: हैदराबाद के नागरिकों के लिए खुशखबरी है। तेलंगाना सरकार ने 116 किमी लंबे हैदराबाद मेट्रो रेल फेज 2 को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। बताया गया है कि इस पर कोई ₹24,269 करोड़ की लागत आएंगी। शहर में 5 नये मेट्रो कॉरिडोर बनेंगे।
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हैदराबाद मेट्रो के दूसरे चरण (Phage 2) परियोजना को तेलंगाना सरकार की तरफ से प्रशासनिक अनुमति दे दी गयी है। मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार हैदराबाद मेट्रो का दूसरा चरण केंद्र सरकार के साथ 50-50 की साझेदारी पर ही बनायी जाएगी। बताया जाता है कि दूसरे चरण में हैदराबाद में 5 नये मेट्रो कॉरिडोर बनाए जाएंगे। बताया जाता है कि हैदराबाद मेट्रो के दूसरे चरण की कुल लंबाई 116 किमी होने वाली है।
लेकिन अभी सिर्फ 76.4 किमी लंबे स्ट्रेच पर ही मेट्रो के 5 कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। बाकी का 40 किमी लंबा स्ट्रेच (शम्शाबाद एयरपोर्ट से प्रस्तावित फोर्थ सिटी, स्कील यूनिवर्सिटी) तक फिल्ड सर्वे और अन्य कार्य बाद में किये जाएंगे। इन मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण PPP मॉडल के आधार पर होगा।
हैदराबाद मेट्रो के दूसरे चरण के निर्माण में राज्य सरकार (तेलंगाना) कुल लागत का 30% यानी ₹7,313 करोड़ देगी, केंद्र सरकार ₹4,230 करोड़ और पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल के आधार पर ₹1033 करोड़ का अनुदान मिलेगा। कुल लागत का बाकी बचा ₹11,693 करोड़ इंटरनेशनल फाइनेंस इंस्टिट्यूट जैसे JICA, NDBऔर एशियन डेवलपमेंट बैंक आदि से ऋण के रूप में लिया जाएगा।
कौन-कौन से 5 नये कॉरिडोर बनेंगे?
हैदराबाद मेट्रो के दूसरे चरण में 76.4 किमी की लंबाई में 5 मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिनके नाम और लंबाई निम्न हैं :
1. नगोल-शम्शाबाद RGIA (एयरपोर्ट कॉरिडोर) – 36.8 किमी
2. रायदुर्ग-कोकापेट नियोपॉलीस – 11.6 किमी
3. एमजीबीएस-चंद्रयानगट्टा (ओल्ड सिटी कॉरिडोर) – 7.5 किमी
4. मियापुर-पटनचेरू – 13.4 किमी
5. एलबी नगर-हयातनगर – 7.1 किमी
इसके बाद में बाकी बचे 40 किमी लंबे स्ट्रेच में RGIA-फोर्थ सिटी (स्किल यूनिवर्सिटी) मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा।
बताया जाता है कि राज्य सरकार अभी हैदराबाद में मेट्रो रेल के विस्तार को ज्यादा से ज्यादा महत्व दे रही है क्योंकि इससे न सिर्फ ट्रैफिक जाम की समस्या को कम किया जा सकता है बल्कि ग्रेटर हैदराबाद क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
बता दें, हैदराबाद मेट्रो के पहले चरण का निर्माण ₹22,000 करोड़ की लागत से किया गया था। यह स्ट्रेच 69 किमी लंबा है। मेट्रो के पहले चरण की सफलता को देखते हुए ही तेलंगाना सरकार ने अब मेट्रो रेल के दूसरे चरण के निर्माण को अनुमति प्रदान की है।
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