

IAS Transfers: CM ने CS की मंशा का किया सम्मान,पर,CM सचिवालय से राजोरा की विदाई यानि CS बनने के संकेत भी!
कल रात हुए ब्यूरोक्रेट्स फेरबदल को लेकर सुरेश तिवारी की खास टिप्पणी
भोपाल: IAS Transfer List: मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुख्य सचिव अनुराग जैन की मंशा के अनुरूप ब्यूरोक्रेसी में वरिष्ठ स्तर पर फेर बदल जरूर कर दिया है लेकिन यह संकेत भी दे दिए हैं कि अगर कोई मौका आया तो वे डॉ राजेश राजौरा को मुख्य सचिव बनाने में देर नहीं करेंगे। कहा जा सकता है कि CM सचिवालय से राजोरा की विदाई यानि CS बनने के संकेत भी है!

मध्य प्रदेश ब्यूरोक्रेसी के कल रात हुए तबादला आदेश के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। कुछ जानकारों का मानना है कि अपर मुख्य सचिव डॉ राजेश राजौरा की विदाई से उनका प्रशासकीय कद फिलहाल जरूर कम दिखाई दे रहा है लेकिन ऐसा नहीं है। वे आज भी मुख्यमंत्री की पहली पसंद बने हुए है। इसलिए तो उनके सभी महत्वपूर्ण विभाग यथावत रखे गए हैं। इतना ही नहीं जानकारों का यह भी कहना है कि उनका मुख्यमंत्री सचिवालय से विदा होना यह संकेत देता है कि उनके लिए अब मुख्य सचिव का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। अगस्त में रिटायर हो रहे मुख्य सचिव अनुराग जैन को अगर एक्सटेंशन नहीं मिला या मिल भी गया तो उनके एक्सटेंशन के बाद भी, आने वाले समय में कभी भी, जब ऐसी कोई ऐसी स्थिति बनती है तो सीएम को राजेश राजौरा को मुख्य सचिव बनाने में आसानी होगी।
वैसे मध्य प्रदेश ब्यूरोक्रेसी में कल रात हुए तबादला आदेश की सुगबुगाहट पिछले कई दिनों से चल रही थी। अगर गौर से देखा जाए तो इस तबादला सूची में मुख्य सचिव अनुराग जैन की मंशा का पूरा सम्मान हुआ है। मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव 1990 बैच के IAS अधिकारी डॉ राजेश राजौरा को लेकर पिछले कई दिनों से मंत्रालय के गलियारों से यह खबरें आ रही थी कि उनकी यहां से कभी भी विदाई हो सकती है। विलंब इसलिए हो रहा था कि उनकी जगह किसे पदस्थ किया जाए? हालांकि कोई एक सप्ताह पहले ही यह तय हो गया था कि नीरज मंडलोई उनकी जगह लेंगे और ऐसा हुआ भी। (प्रदेश में मीडियावाला एकमात्र मीडिया संस्थान रहा जिसने साफ-साफ लिखा था कि नीरज मंडलोई ही होंगे सीएम के ACS )।1993 बैच के IAS अधिकारी मंडलोई मुख्यमंत्री के पसंदीदा अफसर हैं। वे मुख्य सचिव के भी विश्वसनीय अधिकारी रहे हैं और हैं। मंडलोई जहां भी रहे उन्होंने सरकार और सीएम को परिणाम दिए है। राजोरा के पास सभी महत्वपूर्ण विभाग यथावत रखे गए हैं, जो बताता है कि उन्होंने सीएम का विश्वास अर्जित कर रखा है।
आज हुए तबादलों में एक और महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है। दो संजय के विभाग आपस में बदले गए हैं। 1994 बैच के IAS अधिकारी संजय शुक्ला की जगह संजय दुबे को नगरीय विकास एवं आवास विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। संजय शुक्ला को संजय दुबे की जगह भेजा गया है यानी उन्हें अब सामान्य प्रशासन विभाग का दायित्व सौंपा गया है। इस बदलाव की चर्चा राजनीतिक कारणों से भी अंदरुनी रूप से होती रही है और अब ये आदेश भी हो गए। संजय दुबे 1993 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। संजय दुबे अपर मुख्य सचिव को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है जो उनके पास पहले भी था। कहा जा सकता है कि संजय दुबे मध्य प्रदेश के वल्लभ भवन कॉरिडोर में महत्वपूर्ण बनते जा रहे हैं। बता दे कि मंत्रालय में ई फाइलिंग सिस्टम को शुरू करने की मुख्य सचिव की मंशा को मूर्त रूप देने का कार्य संजय दुबे ने ही किया है और शायद इसीलिए उनके पास अभी भी आईटी विभाग का अतिरिक्त दायित्व यथावत रखा गया है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा में 1996 के अधिकारी डीपी आहूजा को सहकारिता विभाग का प्रमुख सचिव बनाकर उनका महत्व बढ़ाया गया है। उनके पास मछुआ कल्याण, मत्स्य और आयुष जैसे कम महत्व के विभागों का अतिरिक्त प्रभार बना रहेगा। माना जा रहा है कि सहकारिता विभाग में लगाम कसने के लिए सीएम ने आहूजा की पदस्थापना की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आहूजा यहां कैसी पारी खेलते हैं?
2002 बैच के IAS अधिकारी एम सेल्वेंद्रन को कृषि विभाग के अतिरिक्त दायित्व से मुक्त किया गया है। सेल्वेंद्रन मुख्य सचिव के विश्वसनीय अधिकारी हैं। इसलिए उनके पास कार्मिक जैसा महत्वपूर्ण विभाग लगातार बना हुआ है।
2003 बैच के आईएएस अधिकारी आयुक्त उच्च शिक्षा निशांत बरबड़े पिछले कई दिनों से विभाग में चर्चा में रहे हैं। उन्होंने कई ऐसे आदेश जारी किए जिसका कई स्तरों पर विरोध होता रहा है। वैसे भी उन्हें यहां काम करते हुए डेढ़ साल हो गए थे।आखिर राज्य शासन ने उन्हें उच्च शिक्षा विभाग के प्रभार से मुक्त कर दिया। लेकिन सरकार ने उन्हें कृषि विभाग का सचिव बनाकर महत्वपूर्ण प्रभार दिया है।
2009 बैच के IAS अधिकारी प्रबल सिपाहा को नया आयुक्त उच्च शिक्षा बनाया गया है। वे अभी तक मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के सचिव रहे हैं। 2015 बैच की IAS अधिकारी राखी सहाय पिछले कई सालों से इंदौर में ही विभिन्न पदों पर रही है। बल्कि यह कहा जाए कि आईएएस बनने के बाद और पहले भी उन्होंने अभी तक कभी भी इंदौर छोड़ा ही नहीं है तो शायद गलत नहीं होगा। और, अब पुनः उन्हें मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग का सचिव बनाकर इंदौर में ही पदस्थ किया गया है।
कुल मिलाकर आज हुए तबादला आदेश वरिष्ठ स्तर पर अपेक्षित थे। थोड़ा इंतज़ार और कीजिए। अगले कुछ दिनों में एक और सूची आएगी जिसमें फील्ड के IAS अधिकारी याने कमिश्नर कलेक्टरों के फेरबदल आदेश बड़े पैमाने पर दिखाई देंगे।
इसी के साथ मुख्यमंत्री सचिवालय में भी नीरज मंडलोई की पसंद के अनुरूप अगर कुछ फेरबदल हो जाए तो आश्चर्य मत करिएगा?
Major IAS Reshuffle in MP: नीरज मंडलोई बने CM के ACS, मीडियावाला की खबर पर लगी मुहर