दशहरा की शोभायात्रा में महंत के परिधान में सीएम योगी आदित्यनाथ का मुस्लिम-बुनकर, सिंधी समाज ने किया स्वागत

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लखनऊ से रामेंद्र सिन्हा की रिपोर्ट

लखनऊ। असत्य पर सत्य और धर्म की विजय के पर्व दशहरा पर गोरखपुर में निकली परंपरागत शोभायात्रा की अगुवाई गोरक्षपीठाधीश्वर और उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की। फूलों से सजे रथ पर महंत के पारंपरिक परिधान में मौजूद गोरक्षपीठाधीश्वर का मुस्लिम-बुनकर और सिंधी समाज ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया और सीएम योगी आदित्यनाथ से आशीर्वाद के साथ नौ दिन तक चले नवरात्र अनुष्ठान की बेदी पर उगी जौ का प्रसाद भी प्राप्त किया।

विजयादशमी के पावन पर्व पर शाम सवा चार बजे से नाथ संप्रदाय की विश्व प्रसिद्ध गोरक्षपीठ से गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की भव्य शोभायात्रा निकली। गुरु गोरखनाथ का पूजन कर सीएम योगी आदित्यनाथ खुली जीप में बने रथ पर सवार हुए। सुरक्षा के कड़े इंतजाम के बीच नाथपंथ के विशेष वाद्ययंत्र नागफनी, तुरही, नगाड़े, डमरू व बैंड बाजे की धुन और हनुमान दल के बालकों के हैरतंगेज करतब के बीच शोभायात्रा आगे बढ़ी।

उर्दू अकादमी के अध्यक्ष चौधरी कैफुलवरा ने गोरक्षपीठाधीश्वर का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। गोरक्षपीठाधीश्वर ने मुस्कुराते हुए उनका अभिवादन स्वीकार किया। कैफुलवरा और उनके समाज के लोगों को गोरखनाथ मंदिर के नवरात्र अनुष्ठान का प्रसाद दिया। इसमें जौ के पौधे भी थे जिन्हें अनुष्ठान की बेदी पर उगाया गया था। मुस्लिम समाज ने इस प्रसाद को माथे से लगाकर गोरक्षपीठाधीश्वर के प्रति कृतज्ञता जताई।

श्री श्री मानसरोवर मंदिर रामलीला समिति के प्रभु श्रीराम के राजतिलक समारोह को संबोधित किया।

उन्होंने कहा कि जहां नेतृत्व के प्रति निष्ठा होती है वहां सफलता भी सुनिश्चित होती है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की कथा से भी यही संदेश मिलता है। आज नए भारत का नया उत्तर प्रदेश प्रभु श्रीराम के आदर्शों का अनुसरण कर तेजी से आगे बढ़ रहा है। हरेक क्षेत्र में विकास की बुलंदियों को छू रहा है। सीएम योगी ने कहा कि जब तक घर-घर मे प्रभु श्रीराम की कथा का गान होगा, कोई भी भारत का बाल बांका नहीं कर पाएगा।