वैदिक रीति से संपन्न हुआ बावीसा ब्राह्मण समाज की प्रतिभा निकुंज का लोकार्पण समारोह 

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वैदिक रीति से संपन्न हुआ बावीसा ब्राह्मण समाज की प्रतिभा निकुंज का लोकार्पण समारोह

 बावीसा  ब्राह्मण समाज  द्वारा साहित्यिक प्रतिभाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने एवं प्रोत्साहित करने हेतु प्रकाशित पुस्तक प्रतिभा निकुंज का भव्य लोकार्पण उत्सव मूर्ति म प्र हिंदी साहित्य अकादमी क़े निदेशक डॉ. विकास दवे ज़ी एवं समाज के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ मुरलीधर चांदनीवाला ज़ी की अध्यक्षता में श्री मध्य भारत हिंदी साहित्य समिति, इन्दौर में संपन्न  हुआ. बावीसा ब्राह्मण प्रतिभा मंच के सौजन्य से प्रकाशित एवं अनेक विधाओं कविता, कहानी, संस्मरण, आलेख आदि के रचनात्मक संयोजन से सज्जित पुस्तक के लोकार्पण अवसर पर एकादश ब्राह्मणों द्वारा स्वस्ति पाठ एवं शंखनाद ने कार्यक्रम को वैदिक भव्यता एवं दिव्यता प्रदान की. इस अवसर पर कार्यक्रम का मुख्य आतिथ्य स्वीकारते  हुए इंदौर के  ख्याति प्राप्त अंतरराष्ट्रीय कवि प्रोफेसर राजीव शर्मा ज़ी ने कहा कि साहित्य की सर्जना व्यष्टि को व्योम सृष्टि को ॐ कर देती है.

सभा का विशेष आतिथ्य स्वीकारते  हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ छाया मंगल मिश्र ने कहा कि लेखन मौन को अभिव्यक्ति देने का कार्य है और प्रकाशन उसे कालजयी बनाता है.इस अवसर पर सारस्वत अतिथि प्रतिभा मंच साहित्यकार समिति के वरिष्ठ अग्रगण्य सलाहकार माननीय श्री श्रीधर मुंशी जी एवं श्री राघवेंद्र दुबे जी ने मंच को गरिमा प्रदान की.संपादक मण्डल कीओर से वरिष्ठ साहित्यकार सुषमा व्यास राजनिधि ने  पुस्तक की समीक्षा प्रस्तुत की. श्री प्रणव शुक्ला जी ने संस्था का परिचय दिया. कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ प्रणव देवेंद्र श्रोत्रिय ने किया. कार्यक्रम के अंत में श्री रमेश चंद्र शर्मा  ने आभार व्यक्त किया.

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इस अवसर पर संपादक मंडल की श्रीमती पीयूषा शुक्ला, के साथ प्रेक्षा  शुक्ला, प्रियांशी शुक्ला,सुयोग मुंशी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की. शहर के अनेक वरिष्ठ साहित्यकार श्री मुकेश इंदौरी जी, देवेंद्र जी सिसोदिया, श्री विकास जोशी वाहिद जी,विनय पुराणिक ज़ी मनोज व्यास ज़ी .वरिष्ठ समाज सेवी सुभाष जोशी दादू,अशोक चंद्र जोशी, पत्रकार व साहित्यकार विचार प्रवाह मंच के अध्यक्ष श्री मुकेश तिवारी ज़ी, श्रीमती सुषमा दुबे ज़ी, श्रीमती माधुरी व्यास ज़ी, जनार्दन ज़ी, मातृभाषा उन्नयन संस्थान के अध्यक्ष डॉ अर्पण जैन ज़ी.सहित समाज के अनेक गणमान्य सदस्य सपरिवार उपस्थित थे. प्रतिभा निकुंज प्रथम साहित्यिक साझा प्रकाशन है ,जिसमें नवोदित लेखकों के साथ साथ श्री हरि जोशी ,डॉ स्वाति तिवारी ,मनीष वैद्य ,डॉ मुरलीधर चांदनीवाला जैसे स्थापित साहित्यकारों के अलावा पुरोधा साहित्यकारों स्व. श्री रवींद्र नाथ व्यास ,स्व. श्री मूलराम जोशी जैसे सुप्रसिद्ध रचनाकारों की रचनाओं का भी समावेश करने का प्रयास किया गया है .

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