भोपाल: पच्चीस साल पहले सिपाही की नौकरी करने वाले नवाब रजा के अरबपति बनने और उसके यहां टैक्स चोरी के खुलासे ने दो दिन से उसकी अघोषित आय की जांच कर रही टीम को हैरान कर रखा है। महाकौशल नाम पर रियल एस्टेट, शुगर मिल और खाद्य तेल के कारोबार में संलिप्त इस कारोबारी के यहां आयकर विभाग की टीम की कार्यवाही दूसरे दिन भी जारी है और अफसरों का मानना है कि अघोषित आय का आंकड़ा डेढ़ सौ करोड़ को पार कर सकता है। इस कारोबारी ने 2017 के बाद से सोने चांदी के आभूषणों की खरीदी में भी खासा इन्वेस्ट किया है।
आयकर विभाग द्वारा महाकौशल के नाम पर अलग-अलग ग्रुप संचालित करने वाले नवाब रजा, उसके सहयोगियों भरत चिमनानी और सुरेश हथवानी समेत अन्य के यहां सोमवार को डाली गई रेड की कार्यवाही मंगलवार को भी चल रही है। सूत्रों के अनुसार आयकर अफसरों को जबलपुर में रजा के कटंगा, गोरखपुर, नया मोहल्ला, गुरंदी ओमती के ठिकानों पर एक साथ कार्यवाही की गई। जांच में पाया गया है कि रजा की कम्पनी में किसानों के नाम पर करोड़ों रुपए उधारी खाते में डाले गए हैं। इसकी जांच के लिए बाउचर, लेन देन के दस्तावेज, कम्प्यूटर, रसीदें जब्त कर छानबीन की जा रही है।
मजदूरों के साथ घुसे थे शुगर मिल में-
आयकर अफसर एसएएफ के जवानों के साथ सबसे पहले नरसिंहपुर जिले के राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के बचई गांव स्थित महाकोशल शुगर मिल पहुंचे। यहां वे मिल के मुख्य द्वार के ठीक सामने स्थित चाय के टपरे में मिल कर्मचारियों के आने का इंतजार करने लगे। सभी ने यहीं चाय-नाश्ता भी किया। इसके बाद जैसे ही मिल का मुख्य और पिछला दरवाजा खुला, वैसे ही सशस्त्र बल के जवानों के साथ आयकर अधिकारियों ने कुछ मजदूरों के साथ मिल में प्रवेश कर लिया और दोनों ओर के गेट बंदकर यहां पर पहरा बैठा दिया। इसके बाद मजदूरों को लौटा दिया। यहीं जांच के दौरान यह जानकारी सामने आई कि नरसिंहपुर में स्टेशनगंज में शुगर मिल के कंसल्टेंसी दफ्तर भी है। यहां भी जांच टीम ने दस्तावेज जब्त किए हैं।
भोपाल में यहां कार्यवाही, आरटीओ ने ट्राले भी किए जब्त-
नवाब रजा के भोपाल और जबलपुर के ठिकानों पर बड़े पैमाने पर नकदी और ज्वेलरी मिली है। ज्वैलरी की पड़ताल के लिए सराफा कारोबारी जयंत कुमार पारिख को बुलाकर कीमत का आकलन कराया गया है। भोपाल में कोहेफिजा स्थित घर, बावड़िया कला स्थित आकृति इको सिटी, आकृति भवन, मंडीदीप और बावड़िया कला स्थित एक अन्य ठिकाने पर कार्यवाही जारी है। सभी स्थानों से बेनामी संपत्ति मिलने की बात भी सामने आई है। साथ ही रियल एस्टेट में किए गए निवेश के मामले में रजिस्ट्री भी बरामद हुई हैं। नरसिंहपुर जिले में महाकौशल चीनी मिल और महाकौशल पावर कम्पनी में भी कार्यवाही हो रही है। बोगस फर्मों के नाम पर गन्ना खरीदने और चीनी की बिक्री का काम नवाब रजा द्वारा किया जाता रहा है। बचई स्थित महाकौशल शुगर मिल और पावर इंडस्ट्रीज लिमिटेड में कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा प्रदेश के परिवहन महकमे ने नरसिंहपुर में 33 ट्राले पकडे हैं जिनके परिवहन टैक्स नहीं भरे गए थे।