Indore MP: मेट्रो प्रोजेक्ट में गति लाने के प्रयास, IDA के SE अनिल जोशी को बनाया Additional MD

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इंदौर।कागजों से बाहर निकलकर धरातल पर आया मेट्रो रेल प्रोजेक्ट को अब गति देने का प्रयास किया जा रहा है। इसी बीच व्यवस्था में एक परिवर्तन किया गया है। इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट की महिला अधिकारी (एमडी) को हटा दिया गया है। उनके स्थान पर IDA के अधीक्षण यंत्री अनिल जोशी को एडिशनल एमडी (अतिरिक्त महा प्रबंधक) बनाया गया है। अब जोशी आईडीए के साथ साथ मेट्रो का कार्य भी देंखेगे।
धीमी गति के कार्य वाले शहरो में इंदौर भी
स्वच्छता में भले ही इंदौर आगे चल रहा हो लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में इंदौर काफी पिछड़ा हुआ है। बताया गया है कि देश में 15 से भी अधिक शहरो में मेट्रो प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा है। लेकिन धीमी गति से चलने वाले शहरो में इंदौर भी शामिल है। इंदौर में मेट्रो के कार्यो के लेकर सरकार गंभीर ही गई है। सरकार की तरह से इंदौर में अफसरों के लिए फरमान जारी हुआ है कि सुपर फास्ट ट्रेन के माफिक इंदौर में मेट्रो का कार्य शुरू हो।
मेट्रो के अधिकारी को बदला
IDA में पदस्थ अधीक्षण यंत्री अनिल जोशी को मेट्रो की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्हें अब वे आईडीए के साथ साथ मेट्रो का कार्य भी देखेंगे। उन्हें इंदौर मेट्रो के लिए एडिशनल एमडी (अतिरिक्त महा प्रबंधक) बनाया गया है। इससे पहले महिला अधिकारी एमडी के पद पर पदस्थ कर इंदौर मेट्रो की जिम्मेदारी सौपी गई थी। महिला अधिकारी ने गत सिंहस्थ के दौरान उज्जैन में जोरदार कार्य किया था।
जोशी ने संभाला मेट्रो का कार्य
इस संबंध में मेट्रो के एडिशनल एमडी अनिल जोशी ने बताया कि उन्हें यह जिम्मेदारी कल ही सौंपी गई है। उनका कार्यालय विजय नगर स्थित अपोलो प्रीमियर बिल्डिंग की 10 वीं मंजिल पर रहेगा , जहा मेट्रो आफिस चल रहा है। उन्होंने कहा की वे मेट्रो पर प्रारम्भिक कार्य शुरू कर दिया है। हालांकि मेट्रो पर पहले कार्य कर चुके है इस कारण उन्हें इस कार्य कोई परेशानी नही आएगी।
जल्द ही कार्य शुरू करेंगे
श्री जोशी ने बताया में मेट्रो पर तेजी से कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए काफी कुछ अध्ययन भी हो चुका है। कार्य शुरू करने के लिए पूरी प्लांनिग भी समझ ली गई है।
दो चरणों मे चलेगा निर्माण कार्य
पहले चरण का कार्य एयरपोर्ट रोड से लेकर आईएसबीटी कुमेड़ी तक लगभग 13 किलो मीटर तथा आईएसबीटी से लेकर रोबोट चौराहे तक 11 किलोमीटर का ट्रैक बनेगा। दोनो ट्रेक जमीन से ऊपर होंगे।