Jayawardhan’s Attack on Scindia : दिग्विजय के बेटे ने सिंधिया को पनौती कहा!
Bhopal : कांग्रेस सम्मेलन से पहले कांग्रेस नेता जयवर्धन सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पनौती कहा। उन्होंने कहा कि ग्वालियर की पनौती अब BJP में चली गई, इसीलिए 57 साल बाद ग्वालियर में कांग्रेस का मेयर बना।
पूर्व CM दिग्विजय सिंह के बेटे और चांचौड़ा के MLA जयवर्धन सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पनौती बताया। उन्होंने बगैर नाम लिए कहा कि हमारे यहां जो पनौती होते थे, वो अब BJP में जा चुके हैं, इसीलिए ग्वालियर में 57 साल बाद कांग्रेस का मेयर बन पाया। उन्होंने कहा कि मैं तो स्पष्ट यही कह रहा हूं कि जो नतीजा आया है, आपके सामने है। इसके जवाब में पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने कहा कि महाराज सिंधिया हीरा हैं। उनकी परख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की और उन्हें परखा।
कांग्रेस का सम्मेलन
कांग्रेस का प्रदेश स्तरीय नगरीय निकाय सम्मेलन भोपाल के रविंद्र भवन में बुधवार को आयोजित हुआ। सम्मेलन में कांग्रेस के नवनियुक्त महापौर, नगर पालिका और पार्षद शामिल हुए। सम्मेलन में आगामी विधानसभा चुनाव की कार्ययोजना को लेकर भी चर्चा हुई। सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री और कांग्रेस MLA जयवर्धन सिंह ने ने इशारों-इशारों में ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले हमारे यहां जो पनौती होते थे, अब वो BJP में जा चुके हैं। यही वजह है कि 57 साल बाद ग्वालियर में कांग्रेस का मेयर बना है। ग्वालियर में शोभा सिकरवार को जीत मिली है, मैं उनके परिवार को बधाई देता हूं।
कांग्रेस सम्मेलन में PCC अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि निकाय चुनाव में आपका मुकाबला BJP से नहीं पैसे और प्रशासन से था। अब प्रशासनिक अधिकारी भी समझ गए है कि 2023 में किसकी सरकार आने वाली है। ये चुनाव एक रिहर्सल थी। 2023 चुनाव के लिए तैयार हो जाओ। कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि अगर आप आराम करना चाहते हैं, बता दीजिए मैं भी आराम कर लूंगा। अपने देश की संस्कृति बचाने की चुनौती है। इसी संस्कृति की रक्षा के लिए 2023 का चुनाव लड़ा जाएगा। विकास के मुद्दे तो होंगे, लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा होगा कि किस तरह आज समाज को बांटने का प्रयास किया जा रहा है।
सिंधिया तो हीरा है, जिन्हें मोदी ने परखा
जयवर्धन सिंह के बयान पर पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया ने पलटवार किया। वे बोले कि महाराज सिंधिया हीरा हैं और उनकी परख हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। उन्हें परखा और अभी तक की सबसे शक्तिशाली केंद्र सरकार में सबसे महत्वपूर्ण विभागों का कार्यभार सौंपा है। कांग्रेस ने कभी उनकी क्षमताओं का उचित आकलन नहीं किया इसीलिए उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ी और उनके साथ हज़ारों हज़ार कार्यकर्ताओं ने भी पार्टी के नेतृत्व को नकारा।