Letter to CM for Cooperation : महू-सनावद आमान परिवर्तन में वन अधिकारी का रवैया असहयोग वाला!
पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सहयोग की अपेक्षा की!
इंदौर। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष और इंदौर संसदीय क्षेत्र की आठ बार सांसद रही सुमित्रा महाजन ने प्रदेश के वन विभाग के अधिकारियों पर रेलवे के आमान परिवर्तन में असहयोग का आरोप लगाया। सुमित्रा महाजन ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने उनसे भूमि आवंटन की मांग की है।
सुमित्रा महाजन ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को पत्र में लिखा है कि महू-सनावद आमान परिवर्तन का कार्य रेलवे ने प्रारंभ किया है। इस मार्ग का सबसे महत्वपूर्ण कार्य पातालपानी से बलवाड़ा के मध्य प्रारंभ किया जाना है, जिसमें करीब 21 टनल का निर्माण किया जाएगा। यह अधिकांश वन क्षेत्र है। रेलवे ने इस भूमि आवंटन के लिए विधिवत कार्यवाही कर दी।
पूर्व सांसद ने लिखा कि मुझे जानकारी प्राप्त हुई कि वन विभाग के भोपाल स्थित अधिकारी इसमें अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहे। आगामी सिंहस्थ की दृष्टि से उज्जैन व ओंकारेश्वर का सीधा रेल्वे संबंध भक्तों की सुविधा के लिए आवश्यक है। यदि वन भूमि रेलवे को जल्दी हस्तांतरित नहीं होती है, तो यह संभव नहीं हो सकता। अभी आवंटन की प्रक्रिया पूर्ण होने तक अनुमति की प्रत्यक्षा में रेलवे को टनल का कार्य प्रारंभ करने के लिए अनुमति प्रदान की जाना चाहिए, मैं ऐसा अनुरोध करना चाहूंगी।
सुमित्रा महाजन ने आगे कहा है कि मैं आपसे यह भी अनुरोध करना चाहूंगी कि शासन सिंहस्थ की दृष्टि से वर्तमान ओंकारेश्वर रोड स्टेशन से ओंकारेश्वर से सीधी रेलवे लाइन डाले जाने के लिए अनुरोध करें। रेलवे द्वारा खाटू श्याम तीर्थ के लिए भी ऐसी परियोजना स्वीकार की है। मैंने इस संबंध में प्रधानमंत्री तथा रेल मंत्री को अनुरोध किया है। आशा है कि इस विषय को उच्च प्राथमिकता देंगे तथा व्यक्तिगत प्रयास भी करेंगे।