मंदसौर से डॉ. घनश्याम बटवाल की रिपोर्ट
मंदसौर। जिले में दो दिनों हुई असामयिक बरसात और ओलावृष्टि की मार से फसलों को नुकसानी हुई है। प्रशासन के राजस्व अमले की नेत्राकनं से हुई आरम्भिक रिपोर्ट सामने आई है।
कलेक्टर श्री गौतम सिंह द्वारा बताया गया कि, वर्षा एवं ओलावृष्टि के कारण जिले में जिले के चारों विकास खंडों में किसानों की फसलें खराब हुई है। जिन किसानों की फसलें खराब हुई है। उसके लिए राजस्व अधिकारियों के द्वारा लगातार सर्वे कार्य में लग गए थे।
प्रारंभिक नेत्रांकन के आधार पर फसल नुकसानी सर्वे कार्य किया गया है। प्रारंभिक सर्वे के आधार पर वर्षा एवं ओलावृष्टि से 72 गांव के 10 हजार 554 किसान प्रभावित प्रभावित हुए हैं।
सर्वे के आधार पर ही फसल नुकसानी की वास्तविक स्थिति ज्ञात की जा रही है। वास्तविक स्थिति ज्ञात होने के पश्चात किसानों को नियमानुसार मदद उपलब्ध कराई जाएगी।
मंगलवार को जिले के कुछ इलाकों में मौसम खुला रहा तो कुछ क्षेत्रों में बादल छाये रहे, कुछ बारिश भी हुई। मौसम विभाग के आकलन अनुसार येलो अलर्ट मंदसौर नीमच में दो दिन रहने का अनुमान बताया है।
इधर किसानों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने सीधे सीधे हुए नुकसानी का मुआवजा देने की मांग की है
14-15 जनवरी को भी जिले के बड़े हिस्से में शीत लहर और पाला पड़ने से नुकसानी हुई उसका भी न सर्वे हुआ और न मूल्यांकन। अब फिर किसानों पर आफ़त की बरसात और ओलावृष्टि हुई है।
मांग जोर पकड़ रही है कि नुकसानी 50 से 70 प्रतिशत की हुई है राहत और मुआवजा तत्काल दिया जाय।
अफ़ीम फसल को भी नुकसान हुआ है पर अबतक नारकोटिक्स विभाग द्वारा कोई पहल काश्तकारों के हित में नहीं की गई है।
अफ़ीम पट्टेदारों ने मंदसौर नीमच जावरा क्षेत्र के सांसद सुधीर गुप्ता से हस्तक्षेप की मांग की है। अफ़ीम औसत में छूट मिले।
राजस्व विभाग की प्रारंभिक जानकारी के आधार पर मंदसौर तहसील के 11 गांव में 2329 किसानों की अलसी, गेहूं की फसल प्रभावित हुई। मल्हारगढ़ तहसील के 9 गांव में 1360 किसानों की धनिया, इसबगोल, अलसी की फसल प्रभावित हुई। सीतामऊ एवं सुवासरा तहसील में के 15 गांव में 2000 किसानों की धनिया, अलसी की फसल प्रभावित हुई।
शामगढ़ तहसील के 12 गांव में 1750 किसानों की सरसों, धनिया, अलसी की फसल प्रभावित हुई। गरोठ तहसील के 2 गांव में 115 किसानों की धनिया, अलसी की फसल प्रभावित हुई। भानपुरा तहसील के 23 गांव में 3000 किसानों की धनिया, अलसी और चना की फसल प्रभावित हुई।
प्रशासन द्वारा बताया गया है कि आगामी 1 सप्ताह में विस्तार से पूरा सर्वे पूरा कर लिया जाएगा। जिसके आधार पर संपूर्ण जिले में पूरी वास्तविक स्थिति ज्ञात हो जाएगी।
नुकसानी का आकलन कर नियमानुसार राहत और मुआवजे की पात्रता होगी।