Maternal Uncle & Nephew Politics : राजवर्धन बोले ‘मामा विधायक बने या भांजा क्या फर्क!’

उद्योग मंत्री ने कहा 'कांग्रेस का 150 सीट जीतने का दावा मुंगेरीलाल का सपना!'

Maternal Uncle & Nephew Politics : राजवर्धन बोले ‘मामा विधायक बने या भांजा क्या फर्क!’

धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Badnawar (Dhar) : प्रदेश के उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के 9 साल पूरे होने पर उनके विधायक कार्यकाल में किए गए कार्यों व उनकी उपलब्धियों को गिनाया। इस अवसर पर राजवर्धन सिंह ने कहा कि बदनावर के पूर्व भाजपा विधायक भंवर सिंह शेखावत मेरे मामा हैं। बदनावर से वे विधायक बने या मैं क्या फर्क पड़ता है। वो मुझे भांजा कहते हैं।

भाजपा के वरिष्ठ नेता व बदनावर के पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत भाजपा से टिकट मांगे जाने पर उन्होंने कहा कि हमारे बहुत ही वरिष्ठ नेता है, वयोवृद्ध नेता और अनुभवी नेता हैं। प्रदेश के अपेक्स बैंक के चेयरमैन और बदनावर के विधायक रहे और मुझे प्रेम से भानेज कहते हैं। क्योंकि, मेरी मां मंडावा की और शेखावत जी सीकर के हैं। मंडावा व सीकर की दूरी ज्यादा नहीं है।

उन्होंने मेरे नाना के साथ भी काम किया है। जो राजस्थान के राजपूत महासभा के अध्यक्ष रहे हैं। मेरे ननिहाल से उनका काफी प्रेम रहा है। आज भी मुझे उनका आशीर्वाद प्राप्त है। अब क्या फर्क पड़ता है मामा विधायक बने या भांजा। स्वागत है भाजपा अगर उनको टिकट देती है, तो हम उनका काम करेंगे।हम झंडा उठाकर काम करेंगे बोलेंगे ‘भंवरसिंह शेखावत जिंदाबाद, ‘जय भाजपा विजय भाजपा।’

वहीं कांग्रेस के 150 सीट के जीत के दावे को दत्तीगांव ने मुंगेरीलाल का हसीन सपना बताया। वे अभी कैसे कह देंगे। क्या जनमत संग्रह कर लिया है उन्होंने! अभी उनकी पिछली सरकार के घाव ही नहीं भरे है। जनता इतनी आसानी से कैसे झूठ और फरेबी बातों पर विश्वास कर लेगी!

देखिए वीडियो: क्या कह रहे हैं, उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव-

 

 

 

 

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धार के वरिष्ठ पत्रकार हैं|