डेंगू के लिए पहली बार बनी दवा, सफल रहा ह्यूमन ट्रायल

520

डेंगू के लिए पहली बार बनी दवा, सफल रहा ह्यूमन ट्रायल

डेंगू बुखार (Dengue Fever) के खिलाफ जंग में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है. ‘जॉनसन एंड जॉनसन’ कंपनी ने एक डेंगू की बीमारी की पहली दवा बनाई है. जिसका हाल ही में एक ह्यूमन ट्रायल किया गया है.

साइंटिस्ट ने दावा किया है कि यह ट्रायल सफल रहा है. रॉयटर्स ने बताया कि यह गोली, जो डेंगू के खिलाफ एंटीवायरल गतिविधि प्रदर्शित करने वाली पहली गोली है. कई मरीजों में वायरस के एक रूप से बचाने में सक्षम हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डेंगू का बुखार लक्षणहीन होता है. लेकिन शुरुआत में जोड़ों में गंभीर दर्द और ऐंठन बैदा होती है. हर साल लाखों लोग इस बीमारी से पीड़ित होते हैं. खासकर एशिया और लैटीन अमेरिका में इस बीमारी का प्रकोप रहता है. इस बीमारी को लेकर अबतक कोई खास इलाज, दवा या वैक्सीन नहीं बनी है.

रिसर्च के मुताबिक

‘जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ’ के मुताबिक इस ह्यूमन ट्रायल पर 10 वॉलेंटियर को शामिल किया गा था. जिन्हें डेंगू के वैक्सीन लगाने से 5 दिन पहले एक गोली दी गई है. इसके बाद 21 दिनों तक वो गोली लगातार दी गई. दस प्रतिभागियों में से छह ने रोगज़नक़ के संपर्क में आने के बाद अपने रक्त में कोई पता लगाने योग्य डेंगू वायरस नहीं दिखाया. 85 दिनों की निगरानी में संक्रमण के प्रति प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का कोई संकेत मिला.दवा दो वायरल प्रोटीनों की क्रिया को अवरुद्ध करके काम करती है, जिससे वायरस को प्रतिलिपि बनाने से रोका जा सकता है. जॉनसन एंड जॉनसन के अनुसार, सभी परीक्षण प्रतिभागियों ने इसे अच्छी तरह से सहन किया.

ह्यूमन ट्रायल

गोली के चल रहे द्वितीय चरण के परीक्षणों का समर्थन करते हैं, जिसका उद्देश्य वास्तविक दुनिया की सेटिंग में चार अलग-अलग प्रकार के डेंगू को रोकना है जहां यह बीमारी प्रचलित है. अगला कदम इलाज के तौर पर इसका परीक्षण करना होगा.हालांकि, एक प्रमुख चुनौती सामने है: नई दवा तक पहुंच सुनिश्चित करना, अगर बड़े पैमाने पर प्रभावी साबित हो, खासकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में जहां इसकी सबसे ज्यादा जरूरत है.यह इस महीने की शुरुआत में विश्व स्वास्थ्य संगठन समर्थित डेंगू वैक्सीन के सामने आने वाली चुनौती को प्रतिबिंबित करता है.

‘जे एंड जे’ के जैनसेन डिवीजन के लिए उभरते रोगजनकों के अनुसंधान की देखरेख करते हैं, ने चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा, “हम इस पर काम कर रहे हैं,” और इस बात पर जोर दिया कि इस आशाजनक उपचार के विकास में अभी भी शुरुआती दिन हैं.

Intermittent Fasting:स्वास्थ के लिए हानिकारक ,जानिये क्या कहती है लेटेस्ट स्टडी! 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.