MP News: स्कूल बस में चढ़ते 12 वर्षीय बच्चे की मौत

कार्डियक अरेस्ट की जताई जा रही संभावना,नहीं कराया पोस्टमार्टम

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MP News: स्कूल बस में चढ़ते 12 वर्षीय बच्चे की मौत

भिण्ड से परानिधेश भारद्वाज की रिपोर्ट

Bhind, Madhya Pradesh: भिंड में 12 साल की बच्चे की स्कूल बस में बैठते समय बेहोश होने पर जिला अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों एवं परिजनों द्वारा कार्डियक अरेस्ट से मौत की संभावना जताई जा रही है। हालांकि बच्चे का पोस्टमार्टम परिजनों द्वारा नहीं कराया गया ऐसे में मौत की असल वजह पता लगने सम्भव नहीं हो पा रहा है।

अब तक आपने उम्र दराज लोगों की एकाएक मौत होने की बात तो सुनी होगी, जिसका कारण कार्डियक अरेस्ट बताया जाता है। हाल के दिनों में नवयुवकों जिनमे 30 से 40 साल तक के लोग शामिल हैं, उनकी भी मौत कार्डियक अरेस्ट के चलते होने की बातें सामने आईं हैं। लेकिन शायद पहली बार ऐसा हुआ है कि एक बच्चे की हुई अचानक मौत में कार्डियेक अरेस्ट के लक्षण देखने को मिले हैं। ऐसे में डॉक्टर इसे चिंताजनक कहते हुए इसके पीछे कोरोना के आफ्टर इफेक्ट्स भी मान रहे हैं।मामला भिंड ज़िले से सामने आया है जिसमें जिला अस्पताल में मृत अवस्था में आये 12 वर्षीय स्कूली छात्र मनीष जाटव की मौत कार्डियक अरेस्ट के कारण होने की संभावना जताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक भिंड के जामना रोड निवासी कोमल जाटव का चौथी कक्षा में पढ़ने वाला बेटा मनीष घर से इटावा रोड स्थित निजी स्कूल में पढ़ने गया था। जब वह स्कूल से छुट्टी होने पर घर जाने के लिए बस में चढ़ा तो सीट पर बैठते ही अचानक बेहोश हो कर गिर पड़ा। जिसके बाद बस ड्राइवर ने स्कूल प्रिंसिपल को सूचित किया और उसे होश में लाने की कोशिश भी की गई। लेकिन वह होश में नहीं आया तो तुरंत मनीष के परिवार को सूचना की गई और उसे लेकर प्रबंधन और परिजन जिला अस्पताल पहुँचे, जहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल गोयल ने बताया कि बच्चे को लेकर कुछ लोग आए थे, उस वक़्त वे भी ओटी से बाहर आए ही थे। हालांकि बच्चे की दस से पंद्रह मिनट पहले ही मौत हो चुकी थी लेकिन फिर भी उनकी टीम ने बच्चे को सीपीआर दे कर रिकवर करने की कोशिश की, लेकिन सारे प्रयास विफल रहे। चूँकि ये सडन डेथ का मामला था जो ज्यादातर कार्डियेक अरेस्ट की वजह से होती है, ऐसे में जो भी लक्षण बताये गए वे कार्डियेक अरेस्ट के हैं। इसलिए कार्डियक अरेस्ट से उसकी मौत की पूरी संभावना है।

-हार्ट अटैक के मामले में पोस्ट कोविड- इफेक्ट भी आ रहे हैं सामने,

डॉ अनिल गोयल का कहते है कि कोरोना के बाद से यह स्टडी में भी आया है कि कोरोना से इफेक्टेड हुए मरीजों में बायोपैथी हुई यानी कार्डियेक या मसल्स को प्रॉब्लम आयी है,जिससे कार्डियेक अरेस्ट का खतरा बहुत ज़्यादा है इसकी वजह से भी ये अटैक आ सकते हैं,

-मेडिकल टीम अब फैमिली की मेडिकल हिस्ट्री की करेगी स्टडी,

हालाँकि इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक आना काफ़ी चिंता का विषय है,बच्चे के परिजन ने पोस्टमार्टम तो नहीं कराया लेकिन अब डॉक्टर्स की टीम उनके घर जाकर उनके परिवार से मिलेगी उनकी फ़ैमिली मेडिकल हिस्ट्री को लेकर स्टडी करेगी।

-कार्डियक अरेस्ट के ये हो सकते हैं कारण,

जब हमने इस केस को लेकर चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ आरके मिश्रा से बात की तो उनका कहना था कि बच्चे की सडन डेथ के कोई भी कारण हो सकते है। जिनमें उसे कोई एडवांस डिसीज हो जिसके बारे में परिवार को भी पता ना हो। कोविड इन्फेक्शन के बाद भी कई कॉम्प्लिकेशन आ रहे हैं, हो सकता है उसे भी कोविड इन्फेक्शन हुआ हो पहले, इसी वजह से उसे कॉम्प्लिकेशन का सामना करना पड़ा हो। कैंसर हो जो अनडायग्नोस्ड रहा हो, या फिर हार्ट से संबंधित कोई बीमारी रही हो क्यों कि इससे संबंधित भी कई बीमारियां हैं।