
MP News: महिला का शारीरिक शोषण व ब्लैकमेलिंग करने के आरोप में कांग्रेस नेता समेत 2 गिरफ्तार
बड़वानी : मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले की अंजड़ पुलिस ने एक कांग्रेस नेता एवं व्यवसायी को उसके सहयोगी के साथ दो वर्ष तक 40 वर्षीय महिला का शारीरिक शोषण और ब्लैकमेल करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, इस प्रकरण में कई अन्य आरोपी भी शामिल हैं जिनकी तलाश जारी है।
अंजड़ थाना प्रभारी आरआर चौहान ने बताया कि पानसेमल निवासी तथा मूल रूप से तलवाड़ा बुज़ुर्ग के रहने वाले कपास व्यवसायी मनीष गोयल और उसके सहयोगी भगवान सोलंकी को शनिवार को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहाँ से गोयल को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
मनीष गोयल, जो पानसेमल ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर कार्यरत थे, को मामला सामने आते ही पद से हटा दिया गया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष नानेश चौधरी ने बताया कि जैसे ही आरोपों की जानकारी मिली, गोयल से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा ले लिया गया।
शिकायत के अनुसार, पीड़िता के पति ने दो वर्ष पूर्व व्यवसाय हेतु गोयल से 2 लाख रुपये उधार लिए थे। गारंटर के रूप में महिला की सहमति लेने के बहाने गोयल ने उससे लगातार संपर्क बढ़ाया और मानसिक दबाव बनाकर उसे अंजड़ स्थित अपने घर बुलाया, जहाँ उसने कथित तौर पर जबरन शारीरिक संबंध बनाए। सामाजिक कलंक और उधारी न चुका पाने के डर से पीड़िता चुप रही, जिसका लाभ उठाकर गोयल उसका शोषण करता रहा।
पीड़िता के अनुसार, बाद में गोयल उसे इंदौर ले गया, जहाँ उसने पुनः यौन शोषण किया, वीडियो बनाए और एक मोबाइल फोन देकर एक ऐप के माध्यम से उसके फोन पर नियंत्रण हासिल कर लिया। गोयल के सहयोगियों सतवंत गुरचा, यूनुस खान और भगवान सोलंकी ने भी महिला का शारीरिक शोषण किया।
गोयल ने पीड़िता को अन्य पुरुषों को इंदौर लाने के लिए मजबूर किया, जहाँ वह उनके साथ शारीरिक सम्बन्धों के वीडियो बनाकर ब्लैकमेल कर धन उगाही करता था। सतवंत गुरचा और यूनुस खान ने नकली पुलिसकर्मी बनकर इन पुरुषों को धमकाया और भारी रकम वसूली।
पीड़िता को बाद में पता चला कि यह पूरा गिरोह गोयल के नेतृत्व में संगठित रूप से कार्य कर रहा था। जब उसने विरोध किया, तो गोयल उसके घर पहुँच गया और पति को अश्लील वीडियो दिखाए, मारपीट की और परिवार को जान से मारने की धमकियाँ दीं। जांच में यह भी उजागर हुआ कि गोयल ने पीड़िता के नाम पर धोखे से एक करंट खाता खुलवाकर बड़े वित्तीय लेनदेन किए।
आखिरकार पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर गोयल और सोलंकी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों और संबंधित व्यक्तियों की खोज में जुटी है।





