No Sale of Meat & Liquor : अयोध्या में मांस-मदिरा की बिक्री बंद होने के संकेत!
Ayodhya : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अयोध्या में मांस और मदिरा के सेवन पर प्रतिबंध लगाने की योजना पर काम शुरू कर दिया। बुधवार को अयोध्या आये मुख्यमंत्री ने इस बात के संकेत भी दिए। उन्होंने कहा कि यह एक धार्मिक नगरी है, इसलिए जन भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। यहां मांस और शराब का सेवन प्रतिबंधित होना चाहिए। तपस्वी जी की छावनी के संत परमहंस ने भी अयोध्या में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक लगाने की मांग के साथ राष्ट्रपति को पत्र लिखा था।
भगवान राम की जन्मस्थली और धर्मनगरी अयोध्या में मांस-मदिरा पर रोक लग सकती है। छावनी के संत परमहंस ने अयोध्या में मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक लगाने की मांग के साथ राष्ट्रपति को पत्र लिखा था। राष्ट्रपति भवन ने इसे गंभीरता से ले लिया है। राष्ट्रपति भवन से एक पत्र एसएसपी कार्यालय पहुंचा है। इस पत्र में समुचित कार्रवाई के लिए लिखा गया।
संत परमहंस दास ने 2018 में अयोध्या और मथुरा में मांस-मदिरा की बिक्री प्रतिबंधित करने की मांग उठाई थी। राष्ट्रपति को संबोधित पत्र में लिखा था कि 2020 तक यदि अयोध्या में मांस-मदिरा बिक्री पर रोक नहीं लगी, तो वे 2021 से अन्न जल त्यागकर आमरण अनशन करेंगे। पहले भी यहां मांस-मदिरा की बिक्री नहीं होती रही है। मुगलों के राज में अयोध्या में इसकी शुरुआत की गई थी। परमहंस ने अपनी मांग पर राष्ट्रपति भवन के उठाए कदम की सराहना की।
अयोध्या के संतों और धर्माचार्यों का कहना है कि अयोध्या धाम जैसे पवित्र स्थल पर मांस-मदिरा की बिक्री वैसे ही है कि जैसे एक साफ-सुथरे स्थल के पास कूड़ाघर बना दिया जाए। इसकी बिक्री से वातावरण दुर्गन्ध युक्त हो जाता है। उपयोग करने वाले असमाजिक तत्व धार्मिक वातावरण को दूषित कर देते हैं। ऐसे में आवश्यक है कि अयोध्या जनपद में मांस-मदिरा की बिक्री पर तत्काल रोक लगाई जाए।