

Reason of Stampede : संगम घाट पर भगदड़ को लेकर चश्मदीदों के पास अलग-अलग कारण!
Prayagraj : महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर संगम में देर रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई। 14 से ज्यादा लोगों की मौत की जानकारी सामने आई। 30 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। लेकिन, इनकी संख्या बढ़ सकती है। भगदड़ के पीछे चश्मदीदों के अलग-अलग बयान हैं। बताया गया कि संगम तट पर बैरिकेडिंग टूटने से अफरातफरी का माहौल बन गया था। इससे कई श्रद्धालु घायल हो गए और उनके सामान बिखर गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ तब मची, जब स्नान के बाद भीड़ को बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिला। कुछ लोग रास्ते में पड़े लोहे के कूड़ेदानों से टकरा गए, जिससे वे गिर पड़े और उनके साथ अन्य लोग भी गिरते चले गए। इस भगदड़ के चश्मदीद गवाह ने बताया कि भीड़ को यह समझ नहीं आ रहा था कि स्नान के बाद कहां जाना है। जगह-जगह रखे लोहे के कूड़ेदान भी श्रद्धालुओं को दिखाई नहीं दे रहे थे, जिससे कई लोग गिर गए और उनके बैग व अन्य सामान इधर-उधर बिखर गए।
भगदड़ का वजह यह भी
फतेहपुर से आए युवक ने बताया कि भगदड़ इसलिए मची क्योंकि बाहर निकलने का रास्ता पूरी तरह जाम था। उन्होंने कहा कि हम चार लोग थे, हमारे कुछ साथी पहले ही नंदनी द्वार पहुंच चुके थे। हम पीछे रह गए और अचानक रास्ता पूरी तरह ब्लॉक हो गया। आगे लोग गिर रहे थे और पीछे से भी भीड़ बढ़ती जा रही थी। इससे भगदड़ की स्थिति बन गई।
योगी की जनता से अपील
यूपी के मुख्यमंत्री ने अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा है ‘महाकुंभ में, प्रयागराज आए प्रिय श्रद्धालुओं, माँ गंगा के जिस घाट के आप समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें. आप सभी प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें. संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है. किसी भी अफ़वाह पर बिल्कुल भी ध्यान न दें।’