सम्मान नींव मजबूत करने वालों का होना चाहिए-जनपरिषद की श्रेष्ठ पहल–डॉ पांडेय
मीडियावाला न्यूज़
मंदसौर। किसी भी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट निर्माण में इंजीनियरिंग और दक्ष जानकारों की टीम कार्य करती है पर इसकी गुणवत्ता और सफलता में मिस्त्रियों, कारीगरों, श्रमिकों, आर्किटेक्ट सहित कामगारों की महती भूमिका होती है। यह कहा दशपुर प्राच्य शोध संस्थान मंदसौर के निदेशक एवं राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त पुरातत्ववेत्ता डॉ कैलाशचंद्र पांडेय ने।
आप रामनवमी अवसर पर जनपरिषद मंदसौर जिला इकाई द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। अध्यक्षता जनपरिषद संयोजक वरिष्ठ पत्रकार डॉ घनश्याम बटवाल ने की। विशेष अतिथि डॉ रविन्द्र जोशी एवं सीनियर इंजीनियर दिलीप जोशी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुदीप पाटिल थे।
पशुपतिनाथ सभागार एवं राम टेकरी पर सम्पन्न सम्मान कार्यक्रम में सहस्त्र शिवलिंग स्थापित कराने में योगदान करने वाले मिस्त्री मकबूल हुसैन अंसारी को शाल श्रीफल एवं सम्मान पत्र भेँट किया गया।
उल्लेखनीय है कि सहस्त्र शिवलिंग का पूजन अभिषेक मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के हाथों हुआ। दो टन से अधिक वजनी और प्राचीन सहस्त्र शिवलिंग स्थापित कराने में मिस्त्री मकबूल हुसैन का अहम योगदान रहा था।
इसके अलावा अतिथियों द्वारा कारीगर मिश्रीलाल मोडेला, मिस्त्री ओंकारलाल माली, सुपरवाइजर अनिल पाठक, हेल्पर भगीरथ अहिरवार, देवीलाल जोटा, पेंटर असलम अब्बासी, मनीष भावसार, इलेक्ट्रिशियन रमेश कुमावत, मिस्त्री हीरालाल कुमावत, सनावर खान, आर्किटेक्ट सुश्री दीपाली पोरवाल, श्रमिकों सहित 18 सेवादारों को सम्मानित किया गया।
अतिथियों के हाथों सभी को शाल श्रीफल, सम्मान पत्र और सम्मान राशि प्रदान की गई और सेवाओं की सराहना की।
इस अवसर पर पुलिस आरक्षक शैलेंद्र जाटव, प्रेस फोटोजर्नलिस्ट बलदेव सिंह सिकरवार, अशोक त्रिवेदी, मुकेश ढेबाना, आदित्य कंस्ट्रक्शन प्रबंधन सहित गणमान्य उपस्थित थे।
कारीगरों, मिस्रियों, आर्किटेक्ट, हेल्परों और श्रमिकों का एकसाथ एक मंच पर सम्मानित किये जाने के विशेष कार्य की प्रशंसा हुई है। उपस्थित गणमान्य के कथन हैं कि अक्सर बड़े और महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पूर्ण होनेपर इस वर्ग को भुलाया जाता है, ऐसे में जनपरिषद की यह पहल सराहनीय है।