Rewa : सिरमौर जनपद CEO एसके मिश्रा पर हुआ जानलेवा हमला भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया था, अब इसमें शंका की कोई गुंजाइश नहीं रह गई। पुलिस ने तीन हमलावरों की पहचान कर ली। इनमें एक भाजपा का मंडल अध्यक्ष, दूसरा मीडिया प्रभारी और तीसरा भाजपा कार्यकर्ता है। पूछताछ में जनपद CEO ने पुलिस को इनके नाम बताए। बनकुइयां भाजपा मंडल अध्यक्ष समेत 20 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
CEO और सेमरिया MLA केपी त्रिपाठी का ऑडियो सामने आने के बाद उन्होंने भी अपना पक्ष रखा। कहा कि मारपीट से मेरा वास्ता नहीं है। ये मामला विरोधियों की साजिश का हिस्सा है। इस मामले में भाजपा प्रदेश संगठन ने सख्ती दिखाते हुए आरोपी पदाधिकारियों को पद से हटा दिया, साथ ही MLA को भी भोपाल बुलाया है। घायल जनपद CEO अस्पताल में भर्ती हैं।
CEO एसके मिश्रा का कहना है कि मंगलवार दोपहर करीब साढ़े 3 बजे मैं मीटिंग से लौट रहा था। रास्ते में पूर्वा फॉल के पास हाईवे पर बनकुइयां भाजपा मंडल अध्यक्ष समेत करीब 20 लोगों ने मुझे घेर लिया। उन्होंने मुझे बोलेरो वाहन से उतरने के लिए बोला। मैं उनकी मंशा समझ गया। गाड़ी को अंदर से लॉक कर लिया। कुछ गुंडों ने बोलेरो के पीछे और आगे का कांच तोड़ दिए। इसके बाद मुझे गाड़ी से खींचकर उतारा। सभी लोग लात-घूंसे और डंडों से टूट पड़े। सभी ने मेरे सीने, आंख, नाक और पीठ पर वार किए। मैं बेहोश हो गया।
आगे CEO ने जानकारी दी कि ये लोग मुझे मरा हुआ समझकर सड़क किनारे खेत में पड़े कचरे में फेंककर भाग गए। शुक्र है, मैं जिंदा हूं। इससे पहले मैंने देखा कि बैठक के दौरान पीले रंग की कार में एक शख्स बैठा था, जो मेरी गतिविधि को देख हमलावरों को जानकारी दे रहा था। उस कार ने मेरे वाहन को कई बार ओवरटेक भी किया। यह देखकर मुझे अंदेशा भी हो गया था। पुलिस को सूचना देता, इसके पहले ही तीन से चार कारों में आए बदमाशों ने रोककर हमला कर दिया।
भाजपा मंडल अध्यक्ष समेत तीन की पहचान
SDOP नवीन तिवारी को दिए बयान में सीईओ ने तीन आरोपियों की पहचान की है। उन्होंने पहला नाम मनीष शुक्ला उर्फ सिद्धू (भाजपा मंडल अध्यक्ष बनकुइयां) का, दूसरा नाम विवेक गौतम (मीडिया प्रभारी) का और तीसरा नाम विनय शुक्ला (भाजपा कार्यकर्ता) का बताया है। CEO एसके मिश्रा का कहना है कि वायरल ऑडियो में MLA केपी त्रिपाठी ने जिस पेमेंट की बात कही, यह वही विवेक गौतम का है। जबकि, विनय शुक्ला इसका मास्टरमाइंड है। पुलिस ने रात में मनीष शुक्ला, विवेक गौतम, विनय शुक्ला समेत 20 लोगों पर हत्या के प्रयास समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है।
घायल CEO को रीवा भेजा गया
हालत को देखते हुए CEO को मंगलवार रात 9.30 बजे रीवा स्थित संजय गांधी स्मृति हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। SGMH पहुंचते ही सर्जरी विभाग के ICU में रखा गया है। जहां देर रात कलेक्टर मनोज पुष्प और एसपी नवनीत भसीन ने अस्पताल पहुंचकर उनका हालचाल जाना। अस्पताल के CMO डॉ अतुल सिंह ने बताया कि रात साढ़े 10 बजे CEO मिश्रा को भर्ती कराया गया था। उनके घाव रिकवर हो रहे हैं और हालत में सुधार है।
जनपद सीईओ के साथ हुई मारपीट मामले में FIR दर्ज होने के बाद भाजपा के तीनों पदाधिकारियों को पद से हटा दिया गया है। मनीष शुक्ला उर्फ सिद्धू (भाजपा मंडल अध्यक्ष, बन कुइयां), विवेक गौतम (मीडिया प्रभारी) को पद से हटा दिया गया है। इसके साथ ही भाजपा नेता विनय शुक्ला पर भी निष्कासन की कार्रवाई की जा सकती है।
विधायक पर भी लगाया आरोप
CEO एसके मिश्रा ने बताया कि MLA केपी त्रिपाठी हर काम के लिए दबाव बनाते हैं। अपने चहेते लोगों को पंचायत का चार्ज देने के लिए बोलते हैं, जबकि उनके लोग पैसा भी ले लेते हैं, काम भी नहीं करते। विवेक गौतम भी उनमें से एक हैं। ऑडियो में विधायक कह रहे हैं कि पेमेंट नहीं किया, जबकि मैंने कर दिया था। फिर भी 50% तक का काम नहीं किया गया। ऑडियो में संदीप द्विवेदी का नाम लिया गया। चार साल हो गए थे, इसलिए चुनाव में हटाया गया। विधायक का कहना था कि आप उसको फिर से वही भेज दीजिए। सथनी का उल्लेख ऑडियो में किया गया है, वहां कमिश्नर स्तर पर जांच चल रही थी। फिर भी कहा गया कि हमारे आदमियों को टारगेट करते हो।
सेमरिया MLA केपी त्रिपाठी ने कहा कि ऑडियो में CEO प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर रहे हैं। क्या जनप्रतिनिधि से ऐसे बात की जाती है! मेरा घटना से कोई वास्ता नहीं है। रीवा में कांग्रेस के कुछ नेता मेरे खिलाफ गिरोह चला रहे हैं। वे खोई हुई राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं। मैं युवा नेता हूं। सामान्य परिवार से हूं, इसलिए टारगेट कर रहे हैं। हर घटना में मेरा नाम शामिल कर दिया जाता है। मैं और भाजपा सरकार पुलिस को जांच में सहयोग कर रही है।
BJP संगठन घटना के बाद सख्त
जनपद पंचायत CEO एसके मिश्रा के साथ हुई मारपीट की घटना के बाद भाजपा प्रदेश संगठन ने सख्ती दिखाई है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने सेमरिया MLA केपी त्रिपाठी को फोन पर जमकर फटकार लगाई। साथ ही उन्हें भोपाल तलब किया गया। वीडी शर्मा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों और संगठन के जिम्मेदार पदाधिकारियों का ऐसा आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।