Rinku Singh’s Blast : मुश्किलों से जूझकर हीरो बना KKR का रिंकू सिंह!

गैस सिलेंडर डिलीवरी करने वाले पिता के बेटे ने इतिहास बना दिया!

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Rinku Singh’s Blast : मुश्किलों से जूझकर हीरो बना KKR का रिंकू सिंह!

Ahmadabad : रविवार को शाम सात बजे तक इस खिलाड़ी की कोई बड़ी पहचान नहीं थी। लेकिन, सात से साढ़े सात के बीच इस अनाम क्रिकेटर ने ऐसा कमाल किया, जो क्रिकेट में अब तक कोई दिग्गज क्रिकेटर भी नहीं कर सका। उसने मैच की अंतिम पांच गेंदों में पांच छक्के लगाकर असंभव दिख रहे लक्ष्य को संभव कर दिखाया। टीम को जीत के लिए पांच गेंदों में 29 रन चाहिए थे, रिंकू ने 30 रन ठोक दिए! बल्कि, इसके साथ ही एक नया इतिहास भी रच दिया।

क्रिकेट के तमाम दिग्गजों ने रिंकू सिंह की इस पारी को ऐतिहासिक बताया। लेकिन, रिंकू सिंह की यह सफलता और नाइट राइडर्स की टीम में शामिल होने तक का सफर बेहद कठिनाइयों वाला रहा है। रिंकू का परिवार उत्तर प्रदेश अलीगढ़ का रहने वाला है। यहीं रिंकू का जन्म 12 अक्टूबर 1997 को हुआ था और वह 5 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। रिंकू के पिता की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी और वह गैस सिलिंडर डिलीवरी का काम करते थे।

 

क्रिकेट के कारण खूब पिटा

बचपन से ही रिंकू को क्रिकेट का शौक था, लेकिन पिता बिल्कुल नहीं चाहते थे कि उनका बेटा इस खेल में समय बर्बाद करे। इसके चलते रिंकू की कई बार जमकर पिटाई भी हो जाती थी। इसके बावजूद रिंकू ने क्रिकेट खेलना जारी रखा। दिल्ली में खेले गए एक टूर्नामेंट में उन्हें इनाम के तौर पर बाइक मिली थी, जिसे उन्होंने अपने पिता को सौंप दी। इसके चलते रिंकू की पिटाई तो बंद हो गई, लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति खराब बनी हुई थी। ऐसे में रिंकू ने नौकरी करने का फैसला किया।

 

कोचिंग सेंटर में झाड़ू-पोछा किया

रिंकू ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं, इस कारण उन्हें अच्छी नौकरी तो नहीं मिली। लेकिन, एक कोचिंग सेंटर में झाड़ू-पोछा लगाने का काम दे दिया। रिंकू का इस काम में मन नहीं लगा और उन्होंने कुछ दिनों में ये ये नौकरी छोड़ दी। इसके बाद रिंकू ने पूरा ध्यान क्रिकेट पर लगाया, जो उनका करियर चमका सकता था।

 

दो लोग फरिश्ते बनकर आए

रिंकू सिंह के करियर को नई उड़ान देने में दो लोगों मोहम्मद जीशान और मसूद अमीन ने मदद की। मसूद अमीन ने रिंकू को बचपन के दिनों से क्रिकेट की ट्रेनिंग दी है, वहीं जीशान ने अंडर-16 ट्रायल में दो बार फेल होने के बाद इस क्रिकेटर की काफी मदद की। खुद रिंकू सिंह ने भी इस बात का एक इंटरव्यू में खुलासा भी किया था।

 

रिंकू की मेहनत आखिरकार रंग लाई, जब 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश की ओर से लिस्ट-ए और टी-20 क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला। रिंकू सिंह ने दो साल बाद पंजाब के खिलाफ मुकाबले से अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू भी किया। रिंकू ने उसके बाद से पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया।

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शानदार है रिंकू का घरेलू रिकॉर्ड

रिंकू सिंह ने अब तक 40 फर्स्ट क्लास, 50 लिस्ट-ए और 78 टी20 मैच खेले हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रिंकू ने 59.89 के एवरेज से 2875 रन बनाए हैं, जिसमें सात शतक और 19 अर्धशतक शामिल रहे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में रिंकू का बेस्ट स्कोर नाबाद 163 रन रहा है। वहीं लिस्ट-ए में रिंकू ने 53 के एवरेज से 1749 रन बनाए। लिस्ट-ए क्रिकेट में रिंकू सिंह के नाम पर 1 शतक और 16 अर्धशतक दर्ज हैं. रिंकू ने टी20 मैचों में 6 अर्धशतकों की बदौलत 1392 रन बनाए।

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KKR से जुड़कर कमाल किया

आईपीएल में रिंकू को सबसे पहले आईपीएल 2017 की नीलामी में रिंकू को किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) ने 10 लाख रुपए में खरीदा था। हालांकि, उस सीजन उन्हें एक ही मुकाबला खेलने को मिला। साल 2018 के सीजन में रिंकू सिंह को 80 लाख रुपए में कोलकाता नाइट राइडर्स ने अपनी टीम में शामिल किया। तब से वह KKR से जुड़े हैं।