SDERF और NDERF की 73 टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी, बाढ़ से 11 और बिजली गिरने से 58 लोगों की गई है जान

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भोपाल । प्रदेश के राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा है कि अतिवृष्टि एवं बाढ़ से प्रभावित प्रदेश के ग्वालियर चंबल क्षेत्र तथा अन्य जिलों में फंसे हुए लोगों को बचाने के सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने सेना की भी मदद ली हैं.

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद मंत्रियों के साथ समीक्षा में जुटे हुए हैं और सतत निगरानी बनाये हुए हैं। राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा है कि सरकार का प्रयास है कि किसी प्रकार की जनहानि न होने पाए। सोशल मीडिया में बाढ़ की अधूरी और गलत जानकारी दिए जाने पर राजस्व मंत्री ने कहा कि जब राज्य में आपदा की परिस्थिति हो तो सही जानकारी लोगों तक पहुचनी चाहिए ताकि किसी प्रकार के भ्रम की स्थिति न बने।

राजस्व मंत्री ने कहा कि मौसम में थोड़ा सुधार होते ही सेना के हेलीकॉप्टर फिर राहत और बचाव के काम के लिए रवाना होंगे। राजस्व मंत्री ने बताया कि शिवपुरी और श्योपुर में 22 गाँव फिलहाल बाढ़ से घिरे हैं। कल 11 लोगों को एयर फोर्स ने निकाला। एसडीईआरएफ की 70 टीमें और 3 एनडीईआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं। केंद्र शासन से और टीमें भेजने का अनुरोध किया गया है।

राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि मौसम में थोड़ा सुधार होते ही सेना के हेलीकॉप्टर फिर राहत और बचाव के कार्य के लिए रवाना होंगे। राजस्व मंत्री ने बताया कि शिवपुरी और श्योपुर में 22 गाँव फिलहाल बाढ़ से घिरे हैं। कल 11 लोगों को एयर फोर्स ने निकाला। एसडीईआरएफ की 70 टीमें और 3 एनडीईआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अतिवृष्टि एवं बाढ़ से अब तक प्रदेश के शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, भिंड और रीवा में लगभग 1171 ग्राम प्रभावित हुए हैं, जबकि इस मानसून सीजन में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हुई है। वहीं इस मानसून सीजन में अब तक बिजली गिरने से 58 लोगों की जानें गई हैं, जबकि 24 लोग हताहत हुए हैं ।

राजस्व मंत्री ने बताया कि अब अब तक कुल 174 पशु हानि हुई है। जबकि इस मानसून सीजन में 32 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, वहीं आंशिक रूप से 840 मकानों को नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार क्षति का आकलन कर हर सम्भव मदद कर रही है।
राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने कहा है कि अतिवृष्टि एवं बाढ़ प्रभावित गाँवों के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। सरकार उनकी चिंता कर रही है। राहत शिविरों और भोजन की व्यवस्था करने के निर्देश दे दिये गये हैं। अफवाहों पर ध्यान न दें।