कारपोरेट और बिजनेस विशेषज्ञ बसंत पाल का विश्लेषण
चार दिन की गिरावट के बाद सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को शेयर बाजार बीते दिनों की गिरावट से उबर गए। गिरावट के साथ खुलने के बाद कारोबार के दौरान मेटल, टेक्नोलॉजी और बैंकिंग जैसे चुनिंदा स्टॉक्स सहित फ़ार्मा, पेट्रोलियम कंपनियों के सपोर्ट से सेंसेक्स और निफ़्टी में तेज़ी का रूख रहा। अंत में बाजार के दोनों सूचकांक हरे निशान पर बंद हुए। स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव के बीच शकर कंपनियों के स्टॉक्स में भी 18% तक तेजी दिखाई दी।
दिनभर के उतार-चढ़ाव भरे कारोबार के बाद अंत में दोनों सेंसेक्स बढ़त के साथ बंद हुए। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 581 अंकों की बढ़त के साथ 53,424 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक 150 अंक की तेजी के साथ 16,013 के स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले सेंसेक्स सुबह 200 अंकों की गिरावट के साथ खुला था।
गौरतलब है कि बीते कारोबरी दिन कारोबार के अंत में बीएसई का सेंसेक्स 1491 अंक या 2.74 फीसदी की भारी गिरावट लेते हुए 52,843 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं एनएसई का निफ्टी सूचकांक 382 अंक या 2.35 फीसदी फिसलकर 15,863 के स्तर पर बंद हुआ था। ब्रेंट क्रूड में तेज़ी जारी है और शाम को यह 125 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार हो रहा था। मेटल एक्सचेंज में निकल ऑल टाइम हाई पर कारोबार कर रहा है।
गो फ़ैशन की लिस्टिंग
महिलाओं के वियर ब्रान्ड गो कलर्स (Go Colors) की पैरंट कंपनी गो फैशन (Go Fashion) के शेयरों की आज स्टॉक मार्केट में धमाकेदार एंट्री हुई। बीएसई (BSE) पर यह 90.72% प्रीमियम के साथ 1316 रुपए पर लिस्ट हुआ। इसका इश्यू प्राइस 690 रुपये था। शुरुआती कारोबार में यह 1341 रुपये तक पहुंचा। एनएसई (NSE) पर यह 1310 रुपए पर लिस्ट हुआ।
MCX पर निकल ट्रेडिंग सस्पेंड, भाव फिसले
पिछले 24 घंटे में निकल भाव 130 % उछलने के बाद MCX में ऐतिहासिक तेज़ी के बाद ट्रेडिंग सस्पेंड किए जाने के बाद ऊपरी स्तर यह फिसल कर 414 ₹ पर कारोबार कर रहा है।
शकर कंपनियों के स्टॉक्स में तेजी
स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव के बीच शकर कंपनियों के स्टॉक्स में 18% तक तेजी देखने को मिली। शकर कंपनियों के लिए आगे स्थिति अच्छी रहने की संभावना है। इससे इन कंपनियों के ऑपरेटिंग मार्जिन में सुधार आ सकता है। इसी वजह से इनके शेयरों में तेजी की स्थिति बनी है।बीएसई में कारोबार के दौरान शुगर कंपनियों के शेयरों में 18% तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई।